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सागर के भाग्योदय तीर्थ पहुंचे ओम बिरला, जैन मुनि सुधा सागर के चरण धुलकर लिया आशीर्वाद - Om Birla visit Bhagyoday Tirth

20 सितंबर को सागर पहुंचे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भाग्योदय तीर्थ में जैन मुनि सुधा सागर महाराज का आशीर्वाद लेकर महराज के 42वें दीक्षा दिवस समारोह में सम्मलित हुए. इस दौरान ओम बिरला ने आचार्य विद्या सागर को याद किया.

OM BIRLA VISIT BHAGYODAY TIRTH
सागर के भाग्योदय तीर्थ पहुंचे ओम बिरला (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 20, 2024, 9:23 PM IST

सागर: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला शुक्रवार को भाग्योदय तीर्थ पहुंचे. यहां जैनमुनि सुधा सागर महाराज का चातुर्मास चल रहा है. ओम बिरला ने मुनिश्री को श्रीफल अर्पित किया और पाद प्रक्षालन कर आशीर्वाद लिया. इसके बाद सुधा सागर महाराज के 42 वें दीक्षा दिवस समारोह में शामिल हुए. उन्होंने मंच से उत्तम क्षमा मांगते हुए कहा कि जैन धर्म के 10 लक्षण पर्व सादगी और अहंकार समाप्ति के परिचायक हैं.

ओम बिरला ने आचार्य विद्या सागर को किया याद

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आचार्य गुरुवर विद्यासागर महाराज को नमोस्तु करते हुए कहा कि ''विद्यासागर जी के संदेशों और सिद्धांतों से धार्मिक, आध्यात्मिक, सामाजिक जागृति के साथ देश के लघु उद्योगों को बढ़ावा मिला है. उनके शिष्य मुनि श्री सुधा सागर महाराज ने अपने तप और कठिन परिश्रम से समाज में नई चेतना का प्रवाह किया है. उनके द्वारा किए जा रहे सामाजिक सरोकार के कार्य अंधकार में ज्योति के समान हैं. आज बुंदेलखंड की धरती धन्य हो गयी. जब चातुर्मास में सभी को मुनिश्री का सानिध्य प्राप्त हो रहा है.''

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'मुनिश्री कर चुके हैं 60 हजार किलोमीटर की पैदल यात्रा'

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि ''जहां मुनि श्री पहुंचते हैं, वह धरती आनंद से सराबोर हो जाती है. वह जहां गए वहां मंदिर निर्माण कराया. मुनि श्री ने अनेक जगह गौशाला, विद्यालय, अस्पताल, लघु उद्योगों की स्थापना जैसे कार्य किए, जिससे लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है. मुनिश्री के आशीर्वाद से कोटा में गर्ल्स हॉस्टल, अस्पताल और गौशाला का निर्माण कराया गया है. ऐसी पीढ़ी को तैयार करने का श्रेय मुनिश्री को जाता है. मुनिश्री 60 हजार किलोमीटर की पैदल यात्रा कर चुके हैं. ऐसी तपस्या और परिश्रम करने वाले मुनिश्री का सानिध्य आपको मिला, यह आपका परम सौभाग्य है.''

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