मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

100 यूनिवर्सटी की 1500 प्रतिभाओं को लगेगा जमावड़ा, 26 नवंबर को डॉ. हरिसिंह गौर की जयंती

26 नवंबर को डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ. हरिसिंह गौर की 154वीं जयंती है. इसको गौर गौरव उत्सव के रूप में मनाया जाएगा.

26 NOVEMBER HARISINGH GOUR JAYANTI
26 नवंबर को मनाई जाएगी गौर जयंती (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 17, 2024, 6:28 PM IST

सागर:भारत में आजादी के पहले बने कई विश्वविद्यालय हैं जो, आज भी देश में शिक्षा की अलख जगा रहे हैं. इन्हीं विश्वविद्यालयों में एक सागर में स्थित डॉ. हरिसिंह गौर यूनिवर्सिटी है. जब देश की गुलामी की बेड़ियां टूटने वाली थीं, उसी समय 1946 में डॉ. हरिसिंह गौर ने इस विश्वविद्यालय की स्थापना की थी. 26 नवंबर को हरिसिंह गौर की 154वीं जयंती है. इस अवसर पर देश की करीब 100 यूनिवर्सिटी के 1500 कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे. इसके अलावा यहां के एलुमनाई जो अब फिल्मी दुनिया में नाम कमा रहे हैं, इस जयंति समारोह में शामिल होने के लिए आयेंगे. खास बात ये है कि सागर यूनिवर्सटी को सेंट्रल जोन के यूथ फेस्टिवल की मेजबानी मिली है, जो गौर जयंती के साथ शुरू होगा.

बुंदेलखंड में उत्सव के रूप में मनाते हैं गौर जयंती

डाॅ. हरीसिंह गौर का जन्म 26 नवम्बर 1870 को सागर के चील पहाड़ी नामक गांव में हुआ था. एक साधारण परिवार में जन्मा बच्चा आगे चलकर इतना बड़ा दानी बन जाएगा और समाज के लिए एक विरासत छोड़ जाएगा, शायद तब ये किसी ने नहीं सोचा होगा. वकालत के फिल्ड में नाम कमाने के बाद हरिसिंह दिल्ली विश्वविद्यालय के पहले कुलपति बने. यहीं से उनके मन में शिक्षा के क्षेत्र में समाज के लिए कुछ बड़ा करने का विचार आया. जिसके बाद उन्होंने 18 जुलाई 1946 को बुदेलखंड इलाके में एक विश्वविद्यालय की स्थापना की. खास बात ये है कि उन्होंने 1400 एकड़ में फैली इस यूनिवर्सिटी को बनाने के लिए किसी से चंदा नहीं लिया और न ही सरकार से कोई अनुदान लिया था.

कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते यूनिवर्सिटी के सांस्कृतिक समन्वयक (ETV Bharat)

शिक्षा के क्षेत्र में हरिसिंह गौर का अमिट योगदान

डॉ. हरिसिंह गौर को सिर्फ सागर यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए याद करना उनकी प्रतिभा के साथ अन्याय होगा. उन्होंने भारत में सुप्रीम कोर्ट की स्थापना, महिलाओं को वकालत का अधिकार, संविधान निर्माता सभा के सदस्य के रूप में याद किया जाता है. इसके अलावा उन्होंने देश को अंग्रेजों से आजाद कराने में भी महती भूमिका निभाई थी. दिल्ली विश्वविद्यालय के पहले कुलपति के रूप में सेवा देने वाल हरिसिंह गौर को शिक्षाविद् भी कहा जाता है.

डॉ. हरिसिंह गौर (ETV Bharat)

इस बार क्यों है गौर जयंती खास

सागर जिले और पूरे बुंदेलखंड के लिए हर साल 26 नवम्बर का दिन खास होता है. स्थानीय अवकाश के साथ सागर शहर सहित पूरे बुंदेलखंड में डाॅ. गौर को याद करने के लिए कई आयोजन किए जाते हैं. इस बार भी गौर जयंती की तैयारियां शुरू हो गयी हैं. लेकिन इस बार यह 'गौर गौरव उत्सव' के रूप में मनाई जाएगी. यह उत्सव 26 नवम्बर से शुरू होगा और 30 नवम्बर तक चलेगा. इसमें खास बात ये है कि 26 नवम्बर को ही सागर यूनिवर्सटी में सेंट्रल जोन का यूथ फेस्टिवल होगा. जिसमें सेंट्रल जोन की 130 यूनिवर्सिटी में से करीब 100 यूनिवर्सटी के 1500 कलाकार शिरकत करेंगे. जो 27 विधाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे.

बालिकाओं ने दी था शानदार प्रस्तूति (ETV Bharat)

इसे भी पढे़ं:

सागर यूनिवर्सिटी बनी 'जेल', 1400 एकड़ के कैंपस में तेंदुए की लुकाछिपी का खेल

अग्निवीरों के लिए सागर यूनिवर्सिटी की सौगात, जवानों को कराएगी रोजगार परक कोर्स

बॉलीबुड में मुकाम बना चुके एलुमनाई होंगे शामिल

गौर गौरव उत्सव की शुरूआत भी 26 नवम्बर को गौर जयंती के मुख्य कार्यक्रम के साथ होगी. तीन बत्ती में गौर मूर्ति पर माल्यार्पण के बाद यूनिवर्सटी में गौर समाधि तक पहुंचने वाली रैली एक कार्निवाल के रूप में निकलेगी. जिसमें यूथ फेस्टिवल में आए सभी राज्यों के कलाकार अपना नृत्य प्रदर्शन करेंगे. इसके अलावा सागर विश्वविद्यालय की वो प्रतिभाएं, जिन्होंने यहां से शिक्षा-दीक्षा लेकर बॉलीवुड में अहम मुकाम हासिल किया है, वो सभी अभिनेता शिरकत करेंगे. जिनमें गोविंद नामदेव, आशुतोष राणा, मुकेश तिवारी और श्रीवर्धन त्रिवेदी जैसे नाम शामिल हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details