रीवा। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में गुरुवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब सेमरिया विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने सैकड़ों समर्थकों के साथ एसपी कार्यालय का घेराव कर दिया. एकत्रित भीड़ को देखते हुए एसपी कार्यालय में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया. एसपी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे सेमरिया विधायक ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों समेत एसपी विवेक सिंह और कलेक्टर प्रतिभा पाल पर गम्भीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना था की 'एसपी और कलेकटर की सह पर जिले में अवैश शराब और नशीली कफ सिरप कोरेक्स का करोबार फैला हुआ है. इसके लिए पुलिस अधीक्षक को 25 लाख रुपय महीने का मिलता है. जबकि कोरेक्स का अलग से
कांग्रेस विधायक ने किया एसपी कार्यालय का घेराव
जिले में तेजी से बढ़ रहे नशे के अवैध करोबार को लेकर आज कांग्रेस नेताओं का गुस्सा फूट पड़ा. सेमरिया से कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा आज अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ एसपी कार्यालय पहुंच गए और जमकर नारेबाजी करने लगे. विधायक अभय मिश्रा ने प्रभारी एसपी अनिल सोनकर से चर्चा करके जिले में बिक रही अवैध शराब और कोरेक्स की बिक्री पर अपना आक्रोश जताते हुए शिकायती पत्र सौंपा है. उन्होनें पुलिस को चेतवानी भी दी है की अगर इस तरह के अवैध करोबार पर जल्द रोक नहीं लगाई गई तो आगामी 13 जून को वह रीवा को पूरी तरह से बंद कर देंगे.'
कलेक्टर एसपी पर लगाए गंभीर आरोप
मीडिया से बात करते हुए सेमरिया विधायक अभय मिश्रा ने प्रशासनिक अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि 'यहां के कलेक्टर एसपी और उच्च आधिकारी नशे का कारोबार करवा रहे हैं. नशीली कफ सिरप कोरेक्स के कारोबार में बहुत कमाई है, क्योंकि उसमें किसी तरह का टैक्स नहीं लगता. उसमे थानों के साथ एसपी का पैसा बंधा हुआ है. आबकारी विभाग में कलेक्टर और एसपी का अवैध रूप से पैसा बंधा हुआ है. आबकारी में फर्जी बैंक गारंटी का फुल प्रूफ मामाल है. कलेक्टर ने अब तक उस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की है.'
अभय मिश्रा बोले शराब के धंधे से एसपी को मिलता 25 लाख महीना
पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह पर विधायक अभय मिश्रा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की 'एसपी को शराब के धंधे से महीने के 25 लाख रुपए मिलते हैं. जबकि कोरेक्स के धंधे से अलग कमाई होती है. कोरेक्स के नशे में बच्चे लीन हैं. जिसके चलते लगातार अपराधिक घटनाएं भी होती है. यहां के बड़े-बड़े सत्ताधारी नेता इन अधिकारियों से जमीन लिखवा रहे हैं. कौड़ियों के दाम पर जमीनें लूटी जा रही है. इसी के चलते आधिकारी भी मस्त है कि तुम रीवा लूटो हम एक साल में एक से डेढ़ करोड़ लूटकर सूटकेस में भरकर ले जाते जाएंगे. नशे और अपराध के मामले में रीवा अब बिहार को भी पीछे छोड़ चुका है.'