जयपुर.प्रदेश में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के चक्कर में कई सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया पर ब्रेक लग गया है. हजारों बेरोजगार युवा सूचना सहायक, जूनियर अकाउंटेंट, सीएचओ जैसी भर्ती परीक्षाओं के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं. वहीं, सैकड़ों युवा रीट भर्ती परीक्षा में सफल होने के बाद अपनी नियुक्ति की बाट जोह रहे हैं. ऐसे में अब राजस्थान युवा शक्ति एकीकृत महासंघ संगठन ने राज्य सरकार से चुनाव आयोग से परमिशन लेकर भर्ती प्रक्रिया को निर्वाध शुरू करने की अपील की है.
प्रदेश के लाखों युवा बेरोजगार हर साल सरकारी नौकरियों का इंतजार करते हैं. इस बार कई भर्ती परीक्षाओं में इन युवा बेरोजगारों ने अपना भाग्य आजमाया और परीक्षा दी, लेकिन भर्ती प्रक्रिया में चुनावी आचार संहिता रोड़ा बनी है. राजस्थान युवा शक्ति एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष मनोज मीणा ने बताया कि लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के चलते राजस्थान में सभी भर्ती परीक्षाओं के रिजल्ट पेंडिंग हो गए हैं. बेरोजगार अभ्यार्थियों की नियुक्ति अटक गई, लेकिन जब राजस्थान में मतदान हो चुके हैं तो राज्य सरकार चुनाव आयोग से परमिशन लेकर युवाओं के रोजगार के द्वार क्यों नहीं खोल रही.