फैसले के खिलाफ जाने वालों पर होगी कार्रवाई जयपुर.लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा की तैयारी पूरी है. पार्टी ने पहली सूची जारी कर लोकसभा के लिए 15 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. पार्टी ने 15 सीटों में से 7 सीटों पर उम्मीदवार बदले हैं, जिसके बाद कुछ जगह पर नाराजगी भी सामने आने लगी है. चूरू से सांसद राहुल कस्वा का टिकने पर उन्होंने सोशल मीडिया पर कुछ सवाल उठाये. चूरू सहित अन्य जगह उठ रहे सवालों पर भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ ने खुले तौर पर कुछ कहने से बचे लेकिन उन्होंने नाराज नेताओं को संकेत दे दिया कि जो कुछ वो कर रहे हैं उस पर पार्टी आलाकमान उचित समय आने पर निर्णय लेगा. इसके साथ राठौड़ ने पेपर लीक माफियाओं पर भजन लाल सरकार की ओर से किये जा रहे एक्शन की तारीफ की.
फैसले के खिलाफ जाने वालों पर होगी कार्रवाई : राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि टिकट काटने के बाद नाराजगी को लेकर उन्होंने कहा कि निर्णय करने वाले निर्णय करेंगे इस पर टीका टिप्पणी करने का मेरे को अधिकार भी नहीं. हमारे परिवार का मामला है हम उसे ठीक कर लेंगे. पार्टी टिकट देते वक्त कई तरह के समीकरणों को देखती है. कार्यकर्ताओं की अलग-अलग भूमिका हो सकती है , इसलिए यह निर्णय जो निर्णय है इस बारे में कुछ नहीं कहूंगा. चूरू से राहुल कस्वा की नाराजगी पर कहा कि कुछ कहने का अधिकार मेरे पास नहीं लेकिन कहीं कुछ हो रहा है तो उस पर पार्टी आलाकमान की नजर है, उचित समय आने पर निर्णय लेगा. बाकी सीटों पर पैनल तैयार के सवाल पर कहा कि मिशन 25 पूरा होगा,
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कांग्रेस पर तंज:राठौड़ ने कांग्रेस के उन सवालों पर भी जवाब दिया जिसमे वो भाजपा के चूरू से प्रत्याशी देवेंद्र झाझड़िया की सरकारी नौकरी पर सवाल उठा रहे हैं, राठौड़ ने कहा कि सरकारी नौकरी में जो है वह अपनी नौकरी को छोड़कर राजनीति में नहीं आ सकते क्या ? अगर कोई ऐसा अनुच्छेद बना है तो कांग्रेस के नेताओं को स्पष्ट करना चाहिए. अपने चुनव लड़ने के सवाल पर राठौड़ ने कहा कि वो पार्टी के अनुशासित कार्यकर्त्ता है पार्टी आलाकमान जो निर्णय लेगा वो उन्हें स्वीकार होगा. बता दें कि चूरू से सांसद राहुल कस्वा और पूर्व उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के बीच राजनितिक अदावत की ख़बरें लगातार आती रही है. राठौड़ ने विधानसभा में अपनी हार के बाद अपनी ही पार्टी के नेताओं को जयचंद करार दिया था. कहा जाता है राठौड़ का इशारा कस्वा की तरफ था और इस बार उनके टिकट नहीं मिलने के पीछे भी केंद्रीय नेताओं के पास कस्वा के खिलाफ पहुंची शिकायत मानी जा रही है.
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नकाब हट गया: पेपर लीक मामले में प्रदेश में भजन लाल सरकार के एक्शन पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने पिछली कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला है. राठौड़ ने कहा कि हम विधानसभा में चिल्लाते रहे, सब इंस्पेक्टर की परीक्षा को लेकर हमने सवाल किए लेकिन, कांग्रेस सरकार मौन रही. अब सीएम भजनलाल शर्मा को कार्रवाई के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि, अब बेरोजगारों में ये विश्वास हो गया है कि जो धोखाधड़ी करेगा, उसका स्थान जेल में होगा. कांग्रेस सरकार की सरपरस्ती में चलने वाले पेपर माफिया के चेहरे से आखिर आधा नकाब हट गया है ,किस प्रकार सुनियोजित षडयंत्र पूर्वक नौकरियों की लूट गहलोत सरकार के समय में होती रही. इसके बाद राठौड़ ने कहा कि भजनलाल की सरकार ने अल्पकाल के अंदर जो निर्णय किए हैं , वो प्रदेश की विकास की गति बता रहा है. विशेष तौर पर दशकों से जिस पानी का इंतजार शेखावाटी कर रहा था यमुना जल बंटवारा भैरो सिंह शेखावत ने जिसकी बुनियाद रखी उसका हरियाणा से समझौता किया , इसी तरह से ERCP को मूर्त रूप देना में समझता हुआ. ये वो बड़े निणर्य है जो सरकार की इच्छा शक्ति को बताते है और आने वाले समय में विकसित राजस्थान की मजबूत आधारशिला रखेंगे .