रांची:झारखंड पुलिस की स्पेशल ब्रांच के सब इंस्पेक्टर अनुपम कश्यप की हत्याकांड का खुलासा हो गया है. रांची पुलिस ने अथक प्रयास के बाद अनुपम के हत्यारों को तीन महीने के बाद गिरफ्तार कर इस ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी को सुलझा लिया है. दो अगस्त 2024 की रात दारोगा अनुपम की रांची के कांके रिंग रोड पर गोली मार कर हत्या कर दी गई थी.
डीजल चोरों ने की थी हत्या
रांची पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सब इंस्पेक्टर अनुपम की हत्या डीजल चोर गिरोह के द्वारा अंजाम दिया गया था. मामले में कार्रवाई करते हुए रांची पुलिस की स्पेशल टीम ने झारखंड के कई शहरों में रेड कर अनुपम हत्याकांड में शामिल दो अपराधियो को गिरफ्तार भी कर लिया है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है.
चोर गिरोह से हुआ था विवाद
मिली जानकारी के अनुसार, 2 अगस्त की रात जब सब-इंस्पेक्टर अनुपम अपनी बाइक से अकेले अपने घर लौट रहे थे, उसी दौरान डीजल चोरी करते चोरों से उनकी भिड़ंत हो गई थी. इसी दौरान अनुपम को अपराधियों के द्वारा गोली मार दी गई. फिलहाल सभी गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ की जा रही है.
जानकारी के अनुसार, जिस रात अनुपम की गोली मारकर हत्या की गई थी, उसी दिन वहां पर कई अपराधी मौजूद थे. ऐसे में रांची पुलिस अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी कर रही है. अनुपम मर्डर केस को लेकर जल्द ही रांची पुलिस के द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी दी जाएगी.
वहीं जानकारी के अनुसार, इस हत्याकांड के एक आरोपी को पुलिस ने पलामू के मेदिनीनगर से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी भोला सिंह उर्फ मनोहर हजारीबाग का रहने वाला है. भोला सिंह उर्फ मनोहर को लेने के लिए रांची पुलिस पलामू पहुंच रही है. रांची पुलिस ने पलामू पुलिस को सूचना दी थी जिसके बाद मिली नगर टाउन थाने की पुलिस ने भोला सिंह को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार भोला सिंह ने पुलिस को कई बातों की जानकारी दी है. रांची पुलिस की टीम भोला सिंह से भी पूछताछ करेगी.
सड़क किनारे खून से लथपथ मिले थे अनुपम
गौरतलब हो कि कांके थाना क्षेत्र के रिंग रोड में स्थित इंडियन होटल में दो अगस्त 2024 की रात स्पेसल ब्रांच के एक दूसरे सब इंस्पेक्टर पवन का बर्थ डे पार्टी थी. इस पार्टी में सब इंस्पेक्टर अनुपम को भी बुलाया गया था. पार्टी में सभी दोस्त अपनी-अपनी कार से आये थे. वहीं अनुपम अपनी मोटरसाइकिल से होटल पहुंचे थे.
पार्टी खत्म होने के बाद अनुपम को चूड़ी टोला स्थित अपने बैचमेट के घर जाना था. सभी दोस्त अपनी-अपनी कार से अपने-अपने घरों की ओर चले गये, वहीं दोस्त पवन अपनी कार में बैठकर आगे-आगे चले और अनुपम को पीछे पीछे अपने घर आने को कहा. कुछ देर बाद पवन चूड़ी टोली स्थित अपने घर पहुंच गये लेकिन काफी देर तक जब अनुपम उनके घर नहीं आए तो उन्होंने फोन किया मगर अनुपम ने फोन नहीं उठाया.
पवन को संदेह हुआ और वह मोबाइल लोकेशन के जरिए उन्हें ढूंढ़ते हुए देर रात 2.30 बजे संग्रामपुर पहुंचे. वहां पवन ने देखा कि अनुपम मुंह के बल सड़क किनारे खून से लथपथ हालत में पड़े हैं. जिसके बाद पवन अपनी गाड़ी में उठाकर उन्हें रिम्स ले गये जहां जांच के बाद मौजूद चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इसके बाद पवन ने इसकी जानकारी कांके पुलिस को दी.
सवाल पर सवाल, जवाब तलाश रही पुलिस