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महापर्व छठ के लिए यहां लागत मूल्य पर बेचा जाता है फल, चंदा कर लगाया जाता है बाजार

हजारीबाग में अनोखा बाजार लगता है जिसमें स्थानीय लोगों से रुपये उधार लेकर फल खरीदे जाते और फिर उसी दाम में बेच दिये जाते हैं.

UNIQUE MARKET OF HAZARIBAGH
हजारीबाग का बाजार (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Nov 6, 2024, 4:51 PM IST

हजारीबाग: छठ के अवसर पर हजारीबाग में एक अनोखा बाजार लगता है जहां श्रद्धालुओं को खरीद दाम पर फल उपलब्ध कराए जाते हैं. इसके लिए समाज के लोगों से पैसा एकत्रित किए जाते हैं. फल लागत मूल में बेचा जाता है बेचकर पैसा वापस कर दिया जाता है. इस बार लगभग 40 लाख रुपए के फलों का बाजार हिंदू स्कूल में लगाया गया है.

हजारीबाग का अनोखा बाजार (Etv Bharat)

लोक आस्था का महापर्व छठ धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. सूर्य देवता को प्रसन्न करने के लिए इस त्यौहार में चार दिनों तक अनुष्ठान किए जाते हैं. ऐसे में बाजारों को भी खूब सजाया गया है. खासकर फल के बाजार की रौनक बढ़ गई है. फलों की बिक्री जोर शोर से हो रही है.

हजारीबाग में हर वर्ष एक अनोखा बाजार लगता है यहां इस बार लगभग 40 लाख का फल बेचा जाएगा. फल बेचने की प्रक्रिया और तरीका बेहद अलग है. समाज के लोगों से सहयोग राशि ली जाती है और फिर उन्हें बेच कर पैसा वापस किया जाता है.

इसकी खासियत यह है कि लागत मूल्य पर ही फल बाजार में मुहैया कराया जाता है. इस बाजार का एकमात्र उद्देश्य बाजार के फल मूल्यों को नियंत्रित करना है. त्योहार के समय फलों की कीमत आसमान छू जाती है तो दूसरी ओर इस बार महंगाई की मार भी लोगों को झेलना पड़ रहा है.

ऐसे में यह बाजार आकर्षण का केंद्र बिंदु रहता है. इस बाजार में कोई व्यवसायी नहीं होता है. बल्कि समाज के युवक संचालन करते हैं जिसमें शिक्षक, अधिवक्ता, पत्रकार और समाजसेवी पूरे बाजार का संचालन करते हैं.

बेहद श्रद्धा व शुद्ध भावना के साथ बाजार का संचालन किया जाता है. बाजार लगाने के लिए 1 महीने पहले सूर्य षष्ठी छठ पूजा वितरण समिति लोगों से पैसा एकत्रित करती है और फिर बेचकर उन्हें वापस कर दिया जाता है. इस बाजार में खासकर किसानों को विशेष रूप से जगह दी जाती है जो अपना उत्पाद लाकर यहां बेचते हैं. उनसे किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाता है. यहां तक कि रिफाइन और घी भी, लागत मूल्य पर ही उपलब्ध कराया जाता है.

यह बाजार पूरे जिले भर में सुर्खियों में रहता है. इस बार श्री सूर्य षष्ठी छठ पूजा फल वितरण समिति ने विभिन्न इलाकों में इसी तरह का बाजार लगाया है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब महिला व पुरुष को भी सस्ते मूल्य में फल उपलब्ध हो सके.

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हजारीबाग का अनोखा बाजार (Etv Bharat)

लोक आस्था का महापर्व छठ धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. सूर्य देवता को प्रसन्न करने के लिए इस त्यौहार में चार दिनों तक अनुष्ठान किए जाते हैं. ऐसे में बाजारों को भी खूब सजाया गया है. खासकर फल के बाजार की रौनक बढ़ गई है. फलों की बिक्री जोर शोर से हो रही है.

हजारीबाग में हर वर्ष एक अनोखा बाजार लगता है यहां इस बार लगभग 40 लाख का फल बेचा जाएगा. फल बेचने की प्रक्रिया और तरीका बेहद अलग है. समाज के लोगों से सहयोग राशि ली जाती है और फिर उन्हें बेच कर पैसा वापस किया जाता है.

इसकी खासियत यह है कि लागत मूल्य पर ही फल बाजार में मुहैया कराया जाता है. इस बाजार का एकमात्र उद्देश्य बाजार के फल मूल्यों को नियंत्रित करना है. त्योहार के समय फलों की कीमत आसमान छू जाती है तो दूसरी ओर इस बार महंगाई की मार भी लोगों को झेलना पड़ रहा है.

ऐसे में यह बाजार आकर्षण का केंद्र बिंदु रहता है. इस बाजार में कोई व्यवसायी नहीं होता है. बल्कि समाज के युवक संचालन करते हैं जिसमें शिक्षक, अधिवक्ता, पत्रकार और समाजसेवी पूरे बाजार का संचालन करते हैं.

बेहद श्रद्धा व शुद्ध भावना के साथ बाजार का संचालन किया जाता है. बाजार लगाने के लिए 1 महीने पहले सूर्य षष्ठी छठ पूजा वितरण समिति लोगों से पैसा एकत्रित करती है और फिर बेचकर उन्हें वापस कर दिया जाता है. इस बाजार में खासकर किसानों को विशेष रूप से जगह दी जाती है जो अपना उत्पाद लाकर यहां बेचते हैं. उनसे किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाता है. यहां तक कि रिफाइन और घी भी, लागत मूल्य पर ही उपलब्ध कराया जाता है.

यह बाजार पूरे जिले भर में सुर्खियों में रहता है. इस बार श्री सूर्य षष्ठी छठ पूजा फल वितरण समिति ने विभिन्न इलाकों में इसी तरह का बाजार लगाया है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब महिला व पुरुष को भी सस्ते मूल्य में फल उपलब्ध हो सके.

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