कैमूर (भभुआ): बक्सर के सांसद सुधाकर सिंह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार बयान देते रहे हैं. बिहार में जब राजद और जदयू गठबंधन की सरकार थी और वो कृषि मंत्री थे, तब भी लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके अधिकारियों पर हमलावर रहते थे. अपने बयानों को लेकर ही सुधाकर सिंह को कृषि मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव के प्रचार अभियान के दौरान उन्होंने एक बार फिर नीतीश कुमार के खिलाफ हमला बोला.
भाई के लिए मांगे वोटः सुधाकर सिंह सोमवार को राजद प्रत्याशी और अपने भाई अजीत सिंह के लिए प्रचार अभियान चला रहे थे. इस दौरान उन्होंने पैदल मार्च निकाला. लोगों से राजद उम्मीदवार के बड़े मार्जिन से जीतने का दावा किया. इस दौरान उन्होंने दूसरे दलों के प्रत्याशियों पर हमला करते हुए उन्हें चुनावी मेढ़क बताया. खुद को जनता के बीच रहनेवाला नेता बताया. सुधाकर सिंह ने कहा कि वो पांचो साल क्षेत्र में रहते हैं, जबकि अन्य नेता सिर्फ वोट मांगने आते हैं.
लॉ एंड ऑर्डर पर सवालः इसी दौरान उनसे कैमूर में एक पत्रकार के भाई की हत्या के बाबत सवाल किया गया तो वो बिहार के लॉ एंड ऑर्डर को लेकर बिफर पड़े. उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में हर दिन किसी ना किसी की हत्या हो रही है, लेकिन सरकार कुछ नहीं कर रही है. उन्होंने नीतीश कुमार के स्वास्थ्य पर सवाल उठाते हुए यहां तक कह दिया कि नीतीश कुमार का दिमाग काम नहीं कर रहा है. सुधाकर सिंह ने राज्य में हो रही हत्याओं के लिए सरकार से माफी मांगने की अपील की.
"राज्य में दर्जनों हत्याएं हो रही हैं, फिर भी मुख्यमंत्री माफी नहीं मांगेंगे, क्योंकि वह गृह मंत्री भी हैं. वो कभी माफी नहीं मांगेंगे, उनका दिमाग नहीं काम कर रहा है तो उनकी पार्टी वालों को माफी मांगनी चाहिए. जो हालात अभी हैं, उससे भी बदतर स्थिति बिहार की होने वाली है, अगर ये लोग रह गए तो."- सुधाकर सिंह, राजद सांसद
दोनों डिप्टी सीएम को बताया रावणः डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को शोले फिल्म का 'गब्बर' बताया था, जिसके जवाब में सांसद सुधाकर सिंह ने उनकी तुलना रावण से कर दी. सुधाकर सिंह ने गांधी मैदान में रावण दहन के दिन मुख्यमंत्री के तीर-धनुष गिर जाने वाले वाकया का हवाला देते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने अपना तीर धुनष इसलिए फेंक दिया था क्योंकि उनको समझ में आ गयी था कि उनके दाएं और बाएं जो भाजपा वाले हैं वो रावण हैं. नकली रावण को मारने से काम नहीं चलेगा.