जयपुर : प्रदेश की 7 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया है. दौसा विधानसभा सीट को रिकाउंटिंग के चलते छोड़ दें तो 6 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 5 सीटों पर जीत हासिल की है. चुनाव परिणाम के बाद भाजपा उत्साहित है, क्योंकि जिन सात सीटों पर चुनाव हुए थे, उनमें से सिर्फ बीजेपी के पास एकमात्र सलूंबर विधानसभा सीट थी, लेकिन बीजेपी ने चार अतिरिक्त सीटों पर जीत हासिल करके विधानसभा में अपनी संख्या 113 से बढ़कर 118 कर ली है.
जनता का जनादेश स्वीकार :चुनाव परिणाम को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि जनता का बहुत-बहुत धन्यवाद, जनता ने डबल इंजन की सरकार पर भरोसा किया, अब हमारे ऊपर जवाबदेही और बढ़ गई है. हम जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप काम करेंगे. उपचुनाव में सभी कार्यकर्ताओं ने अपने सामर्थ्य का पूरा उपयोग किया. राठौड़ ने कहा कि चौरासी सीट हम नहीं जीत पाए, लेकिन चौरासी की जनता का आभार. पिछले चुनाव से हार का मार्जिन कम हुआ है. राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस ने जनता का अनादर किया, जो विकास का काम करना था, वो नहीं किया, इसलिए उपचुनाव में वह पूरी तरह पिछड़ी है.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ (ETV Bharat Jaipur) इसे भी पढ़ें-दौसा में कांग्रेस के डीसी बैरवा ने मारी बाजी, 2300 वोटों से मंत्री किरोड़ी के भाई जगमोहन को हराया, BJP ने की रीकाउंटिंग की मांग
सीएम और कार्यकर्ताओं की मेहनत का परिणाम :उपचुनाव में जीत का श्रेय प्रदेश अध्यक्ष को मिलना चाहिए, इस सवाल पर मदन राठौड़ ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष अकेला कुछ नहीं होता. उपचुनाव में जीत का श्रेय मुख्यमंत्री और कार्यकर्ताओं को है. हमारी सरकार ने 11 महीने में जो कामकाज किया, उसको जनता ने स्वीकार किया है और परिणाम में जनता का जनादेश मिला है. कार्यकर्ताओं की मेहनत रही, जिसकी वजह से हम जनता के बीच में सरकार की योजनाओं को पहुंचाने में कामयाब रहे, इसलिए यह जीत अकेले प्रदेश अध्यक्ष की नहीं बल्कि मुख्यमंत्री और कार्यकर्ताओं की जीत है. कार्यकर्ता जो उम्मीद करते हैं, उनके अनुरूप सीएम ने भूमिका निभाई.
दौसा विधानसभा सीट पर रिकाउंटिंग को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि जो भी परिणाम दौसा सीट से आएगा, वह हमें स्वीकार है. जनता का जनादेश स्वीकार करना हमारी जिम्मेदारी है, लेकिन इन चुनाव परिणामों से यह साफ हो गया है कि कांग्रेस ने जो प्रदेश की जनता का अनादर किया है, उसका अब उन्हें सामना करना पड़ रहा है. कांग्रेस राजस्थान में साफ होती जा रही है. जितने भी बड़े नेता थे, उन्हें जनता ने सबक सिखा दिया है. बता दें कि प्रदेश की सात विधानसभा सीटें, जिनमें देवली-उनियारा, सलूंबर, चौरासी, खींवसर, झुंझुनू, रामगढ़ और दौसा विधानसभा सीट थीं. इनमें से देवली-उनियारा, सलूंबर, रामगढ़ और खींवसर, झुंझुनू सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की, जबकि चौरासी विधानसभा सीट पर भारत आदिवासी पार्टी की जीत हुई है. दौसा विधानसभा सीट पर अभी रिकाउंटिंग जारी है.