करसोग: मंडी जिले के करसोग में मौसम विभाग की एक सप्ताह पूर्व दी गई चेतावनी के बाद भी पीडब्ल्यूडी बर्फबारी से निपटने को तैयार नहीं था. यहां कई क्षेत्रों में गिरी बर्फ ने खेती और बागवानी के लिए संजीवनी का काम किया है, लेकिन आम लोगों के लिए बर्फ आफत भी बन गई. वह ऐसे कि पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने एक महीने पहले ही सभी डिविजन के अधिकारियों को बर्फबारी से निपटने के लिए एडवांस में आदेश जारी कर दिए थे, लेकिन मंत्री के आदेशों का करसोग पीडब्ल्यूडी डिविजन पर कोई असर ही नहीं दिखा. इसके विपरीत हालात ये हैं कि बर्फबारी वाले क्षेत्रों में सड़क के किनारे रेत की व्यवस्था तक नहीं की गई है. इस कारण वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अभी मौसम विभाग में तीन दिनों तक प्रदेश में भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है, लेकिन पीडब्ल्यूडी की तैयारियां अभी भी फाइलों से बाहर नहीं निकल पाई हैं.
सड़क से खुद हटानी पड़ी बर्फ:करसोग में बखरौट सहित चिंडी, चुराग, चारकुफरी, सपनोट, माहुँनाग, धरमोड़, शोरशन, झमरौड़ा, बगशाड, शाऊंगीधार आदि कई क्षेत्र में बर्फबारी हुई, लेकिन इन स्थानों में सड़क के किनारे बर्फ पर डालने के लिए रेत की व्यवस्था नही की गई है, ताकि बर्फ पर रेत डालकर गाड़ियों को स्किड होने से बचाया जा सके, लेकिन पीडब्ल्यूडी बर्फबारी से निपटने को तैयार नहीं है, जिस कारण वाहन चालकों को गाड़ी निकालने के लिए खुद सड़क से बर्फ हटानी पड़ रही है. यही नही झमरौडा में तो सड़क पर फंसी गाड़ियों को लोगों की मदद से धक्के लगाकर निकालना पड़ा. ऐसे में बर्फबारी ने लोक निर्माण विभाग की तैयारियों की पोल खोल दी है.