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जॉर्डन में एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में पुष्पा यादव ने जीता गोल्ड मेडल, 13 साल की उम्र से कर रही कुश्ती - Wrestler Pushpa Yadav - WRESTLER PUSHPA YADAV

Wrestler Pushpa Yadav won gold: गाजियाबाद की पुष्पा यादव ने एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर जिले और देश का नाम रोशन किया है. आइए जानते हैं उनकी सफलता के पीछे की कहानी..

पुष्पा यादव
पुष्पा यादव (ETV Bharat)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jul 5, 2024, 8:21 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद:अगर दिल में किसी चीज के लिए जुनून हो तो व्यक्ति उसे हासिल कर ही लेता है. गाजियाबाद की पुष्पा यादव भी यही बात चरितार्थ करती नजर आती हैं. उन्होंने जॉर्डन में आयोजित अंडर 23 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया है. वर्तमान में वह यूपी पुलिस में कॉन्स्टेबल पद पर तैनात हैं.

वे बताती हैं कि वह बटालियन में लंबे वक्त से कुश्ती की तैयारी कर रही हैं. इससे पहले कई राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न प्रतियोगिताओं में पहले भी भाग ले चुकी हैं. बटालियन में मौजूद कोच ने जॉर्डन में होने वाली प्रतियोगिता की तैयारी करवाई थी. उन्होंने बताया कि वह 13 साल की उम्र से कुश्ती कर रही हैं. उनके दादा और पिता दंगल खेलते थे. पिता ने काफी प्रोत्साहित किया, जिसके बाद उन्होंने भी कुश्ती शुरू की. वह हर दिन करीब छह घंटे प्रैक्टिस करती हैं.

गोल्ड हासिल करने के बाद भी बटालियन में उनकी प्रैक्टिस जारी है. पुष्पा ने बताया कि उनका सपना ओलंपिक में खेलने और देश के लिए गोल्ड मेडल लाने का है. इसके लिए प्रैक्टिस के साथ-साथ डाइट का भी विशेष ध्यान रखना पड़ता है. इसके साथ बेहतर परफॉर्मेंस के लिए पर्याप्त नींद भी बेहद जरूरी है. कई बार इंजरी होने पर रिकवरी पर भी ध्यान देना होता है.

उत्तर प्रदेश पुलिस कुश्ती टीम के मुख्य प्रशिक्षक रविंद्र कुमार यादव ने बताया कि पुष्पा यादव की परफॉर्मेंस काफी अच्छी है. ऐसे में आगामी प्रतियोगिताओं के उनकी लिए प्रेक्टिस जारी है. वहीं सहायक प्रशिक्षक विवेक राणा ने बताया पुष्पा में कुश्ती के प्रति काफी लगन है. हमें उम्मीद थी कि जॉर्डन में आयोजित होने वाले अंडर 23 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में पुष्पा मेडल जरूर लाएगी.

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उनके अलावा डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट सुधा सिंह ने बताया बटालियन में एथलीट्स को सभी जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराया जाता है. सालभर बटालियन में प्रैक्टिस जारी रहती है. बटालियन में कबड्डी और कुश्ती के कोच मौजूद हैं और दोनों ही टीमें अच्छा परफॉर्म कर रही हैं. हमारा प्रयास है कि बटालियन में मौजूद खिलाड़ी आगामी प्रतियोगिताओं में बेहतर परफॉर्मेंस दे सकें.

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