पूर्णिया : बिहार के पूर्णिया के एक छोटे से गांव में रहने वाले विनोद गुप्ता ने शायद ही सोचा होगा कि उनकी बेटी उन्हें इतनी बड़ी खुशी देगी. परिवार ने समाज के ताने सहे, फिर भी एक छोटी सी दुकान चलाकर बच्चों को पढ़ाया और आखिरकार आज उन्हें उनकी मेहनत और तपस्या का फल मिल गया है. विनोद गुप्ता और वीणा देवी की बेटी भावना गुप्ता आज बीपीएससी परीक्षा पास कर डीएसपी बन गईं हैं.
'सेल्फ स्टडी से मिली सफलता' :भावना बताती हैं कि, पिछले दो बार में सफलता नहीं मिली, इस बार उनका तीसरा अटेम्प्ट था. उन्होंने हार नहीं मानी और काफी मेहनत की. भावना ने अपनी सफलता का श्रेय सेल्फ स्टडी को दिया. उन्होंने कहा कि, असफलताएं सफलता की सीढ़ियां होती हैं.
''ज्यादातर सेल्फ स्टडी करती थी. 6 से 7 घंटे पढ़ती थी. परीक्षा के समय 8 से 9 घंटे पढ़ती थी. माता पिता का बहुत सहयोग मिला, दोस्तों और करीबियों ने भी साथ दिया.''- भावना गुप्ता, बीपीएससी सफल अभ्यर्थी (116वां रैंक)
पिता चलाते हैं दवा दुकान, बेटी बनी DSP : भावना गुप्ता के पिता विनोद साह पूर्णिया जिले के हरदा बाजार में ही एक छोटा का दवा की दुकान चलाते हैं. मां गृहिनी हैं. भावना के दादा हरिनारायण साह बताते हैं कि, आज हमारे परिवार के लिए गर्व की बात है. यह और आगे बढ़े हम लोग इस बच्ची को यहीं आशीर्वाद देंगे. वहीं दादी कहती हैं कि हमारा सपना था कि हमारी पोती अफसर बने, आज उसने वो कर दिखाया.
क्या बोले गांव के मुखिया? : वहीं गांव के मुखिया मनीष कुमार ने बताया कि, ''पूरे पंचायत में जश्न का माहौल है. आज पंचायत की बेटी ने हम लोगों का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है. हमारी बेटी डीएसपी का पद संभालेंगी. हम पूर्णियावासी काफी हर्ष महसूस कर रहे हैं.''