नई दिल्ली:केन्द्रीय गृह मंत्री और बीजेपी नेता अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के बारे में की गई टिप्पणी ने पूरे देश में हलचल मचा दी है. शाह ने राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा, "अभी एक फैशन हो गया है. अंबेडकर, अंबेडकर... इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता." इस बयान के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों औरसामाजिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है, जिसे कई लोग डॉ. आंबेडकर का अपमान मान रहे हैं.
AISA के छात्रों ने किया प्रदर्शन
दिल्ली विश्वविद्यालय में आयशा के छात्रों ने इस टिप्पणी के खिलाफ बुधवार को प्रदर्शन किया. छात्रों ने अमित शाह का पुतला जलाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारी छात्रों को रोका. इस घटना के दौरान AISA डीयू के अध्यक्ष शांतनु और सचिव अंजली सहित 12 छात्रों को हिरासत में लिया गया. छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने न केवल उन्हें प्रदर्शन करने से रोका, बल्कि बलपूर्वक हिरासत में भी लिया.
कांग्रेस के नेताओं ने मांगा इस्तीफा
इस घटनाक्रम के बाद, कांग्रेस ने अमित शाह के बयान को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और उनके इस्तीफे की मांग की है. कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि शाह की टिप्पणी डॉ. आंबेडकर की शान और उनके योगदान का अपमान है, जो सामाजिक न्याय और समानता के लिए लड़े.