नई दिल्ली: आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मतदान के महत्व को लेकर ईस्ट दिल्ली के महाराजा अग्रसेन कॉलेज के छात्रों ने आज एक वॉकथॉन का आयोजन किया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों, खासकर युवा मतदाताओं को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करना है.
वॉकथॉन में छात्रों, शिक्षकों और स्थानीय निवासियों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया. प्रतिभागियों ने मतदान के महत्व को उजागर करने वाले बैनर, तख्तियां और नारे लेकर जनता से अपने मताधिकार का उपयोग करने की अपील की. उन्होंने कहा कि मतदान न केवल एक अधिकार है, बल्कि यह देश के भविष्य को आकार देने की प्रक्रिया में हर नागरिक का कर्तव्य भी है.
युवाओं पर विशेष ध्यान: कार्यक्रम में पहली बार मतदान करने वाले युवाओं को खासतौर पर प्रोत्साहित किया गया. आयोजकों ने बताया कि युवा मतदाता देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं. इस दौरान युवाओं को चुनावी प्रक्रिया की जानकारी दी गई और उन्हें बताया गया कि उनका एक वोट कितना महत्वपूर्ण हो सकता है.
![चुनाव अधिकारी युवा वोटर मतदाताओं को कर रहे मतदान करने को प्रेरित](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/19-01-2025/del-ndl-01-delhi-assembly-election-voters-awaiirness-walkthoon-vis-7211962_19012025135608_1901f_1737275168_768.jpg)
जिलाधिकारी ने की पहल की सराहना: ईस्ट दिल्ली के जिलाधिकारी अमोल श्रीवास्तव ने इस पहल की सराहना की. उन्होंने छात्रों और आयोजकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह के मतदाता जागरूकता अभियान न केवल मतदान प्रतिशत बढ़ाने में सहायक होते हैं, बल्कि समाज में नागरिक जिम्मेदारी की भावना भी विकसित करते हैं. उन्होंने युवाओं को कहा कि लोकतंत्र की सफलता प्रत्येक नागरिक की सक्रिय भागीदारी पर निर्भर करती है.
![युवा मतदाताओं को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया गया](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/19-01-2025/del-ndl-01-delhi-assembly-election-voters-awaiirness-walkthoon-vis-7211962_19012025135608_1901f_1737275168_587.jpg)
लोकतंत्र को मजबूत करने की कोशिश: इस वॉकथॉन ने युवाओं में नागरिक जिम्मेदारी की भावना विकसित करने और एक जागरूक एवं सक्रिय मतदाता समुदाय सुनिश्चित करने का संदेश दिया. छात्रों ने बताया कि यह केवल एक आयोजन नहीं था, बल्कि लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक सामूहिक प्रयास था. इस तरह के कार्यक्रमों से न केवल मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ती है, बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का माध्यम भी बनते हैं. आयोजकों ने उम्मीद जताई कि यह पहल आने वाले चुनाव में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने में मददगार साबित होगी.
ये भी पढ़ें: