रांची: झारखंड में लोकसभा चुनाव चार चरणों में होगा. इसके लिए सभी प्रशासनिक तैयारी युद्ध स्तर पर जारी है. चार चरणों में होनेवाले आम चुनाव 2024 के लिए चुनाव आयोग ने 29521 मतदान केंद्र बनाए हैं, जो पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव के तुलना में 57 मतदान केंद्र अधिक हैं. इन मतदान केंद्रों में कई ऐसे मतदान केंद्र हैं जो काफी दुर्गम क्षेत्र में हैं. जहां शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान कराना चुनाव आयोग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है.
जल, थल और वायु मार्ग से मतदान कराने जाएंगे निर्वाचनकर्मी
लोकसभा चुनाव के दौरान जल, थल और वायु मार्ग से निर्वाचनकर्मी मतदान कराने जाएंगे. राज्य में कुल 29521 मतदान केंद्रों में से करीब 80% मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्र में हैं, इनमें से 10 फीसदी ऐसे मतदान केंद्र हैं, जहां मतदान कराने के लिए पोलिंग पार्टी को या तो हेलीकॉप्टर या ट्रेन या नाव से जाना होगा.
दुर्गम इलाके में पोलिंग पार्टी को ले जाने की समुचित व्यवस्था
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार के अनुसार झारखंड की भौगोलिक बनावट की वजह से कुछ मतदान केंद्र ऐसे जरूर हैं जो दुर्गम इलाके में हैं. वहां पोलिंग पार्टी को जाने के लिए समुचित व्यवस्था की गई है. हेलीकॉप्टर के अलावे ट्रेन, नाव और सड़क मार्ग से मतदानकर्मियों को मतदान केंद्रों तक भेजा जाएगा.
पश्चिम सिंहभूम के चाईबासा क्षेत्र में मतदानकर्मियों को ट्रेन से भेजने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए तीन कोच रेलवे मुहैया कराएगा. संभवतः झारखंड पहला राज्य होगा जहां पोलिंग पार्टी मतदान कराने ट्रेन में सफर करके जाते दिखेंगे. इसके अलावे साहिबगंज और पलामू के कुछ मतदान केंद्रों तक नाव से निर्वाचनकर्मियों को भेजने की तैयारी है. सारंडा, बूढ़ापहाड़ और पारसनाथ क्षेत्र में हेलीकॉप्टर से पोलिंग पार्टी चुनाव कराने जाएंगे. चुनाव आयोग ने इसके लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था कर ली है.