रायपुर : साल 2024 में 7 फरवरी के दिन प्रदोष व्रत रखा जाएगा. प्रदोष व्रत हर महीने में दो बार आता है. एक कृष्ण पक्ष में और दूसरा शुक्ल पक्ष. इस व्रत में प्रदोष काल के समय भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. हिंदू धर्म शास्त्र में इस व्रत का विशेष महत्व माना गया है. फरवरी में प्रदोष व्रत 7 फरवरी को रखा जाएगा. ये माघ माह के कृष्ण पक्ष का प्रदोष व्रत होगा. प्रदोष व्रत में भगवान शिव की विधि विधानपूर्वक पूजा आराधना करने से इंसान के कष्ट दूर होते हैं.
कैसे करें प्रदोष व्रत में पूजा ?:7 फरवरी 2024 बुधवार के दिन प्रदोष व्रत रखा जाएगा. इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त की बात करें तो शाम 6 बजकर 05 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 41 मिनट तक रहेगा. प्रदोष व्रत की शुरुआत 7 फरवरी की दोपहर 02 बजकर 2 मिनट से होगी. जिसका समापन 8 फरवरी की सुबह 11 बजकर 17 मिनट तक होगा.
प्रदोष व्रत से होती है मनचाही इच्छा पूरी, दो गायों के दान जितना मिलता है फल, जानिए पूरा विधान ? - भगवान भोलेनाथ
Pradosh Vrat 2024 हिंदू धर्म में व्रत और पूजा का अलग महत्व है.ऐसी मान्यता है कि व्रत करने से आराध्य देव को प्रसन्न किया जा सकता है. ऐसा ही एक व्रत है प्रदोष व्रत. जिसे विधि विधान से करने पर मनचाहा फल मिलता हैं.आईए जानते हैं प्रदोष व्रत को कब और किस विधि से करना चाहिए.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Feb 6, 2024, 6:46 AM IST
भगवान भोलेनाथ को क्या करें अर्पण ? :प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें. इसके बाद भगवान शिव का ध्यान करें. उन्हें जल चढ़ाएं. शिव के मंत्रों का जाप करें. इस दिन भगवान भोलेनाथ को शमी का फूल, चावल, पीले पुष्प, धूप, दीप, मिठाइयां, बेलपत्र, कनेर का फूल, धतूरा, सुपारी अर्पित किया जाना चाहिए.
दो गायों के दान जितना फल :ऐसी मान्यता है कि प्रदोष व्रत के दिन सच्चे मन से भगवान भोलेनाथ की पूजा करने से इंसान के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. मृत्यु के बाद इंसान को मोक्ष की प्राप्ति होती है. कहते हैं कि प्रदोष व्रत करने से दो गाय का दान करने के बराबर फल प्राप्त होता है. प्रदोष व्रत करने पर साधक और उसके परिवार पर हमेशा भगवान शिव की कृपा बनी रहती है.