रांची: जेएसएससी सीजीएल परीक्ष (JSSC-CGL EXAM) परीक्षा 2023 को रद्द करने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों ने सोमवार को प्रदर्शन किया. इस दौरान उन पर पुलिसिया कार्रवाई हुई और लाठीचार्ज किया गया. इस मुद्दे को लेकर प्रदेश में सियासी बयानबाजी तेज हो गयी है.
भाजपा के साथ साथ सरकार की सहयोगी सीपीआई माले की छात्र इकाई आइसा ने भी विरोध किया है. वहीं कांग्रेस विधायक दल के उपनेता राजेश कच्छप ने छात्रों के विरोध के पीछे भाजपा के नेताओं का हाथ होने का आरोप लगाया. उन्होंने छात्रों से अपील की है कि वह सरकार पर भरोसा करें और अपने पढ़ाई में जुट जाएं. क्योंकि बड़ी संख्या में नियुक्ति फिर निकलने वाली है.
कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि भाजपा बेवजह की बात करके अभ्यर्थियों को भ्रमित कर रही है. आंदोलन के नाम पर कुछ ऐसे लोग भी शामिल हैं जो भाजपा के नेता बनना चाहते हैं. इसके अलावा कांग्रेस नेता प्रदीप बलमुचू समेत पार्टी के अन्य नेताओं ने भी छात्रों पर हुई पुलिसिया कार्रवाई की निंदा जरूर की है.
सरकार का तानाशाही रवैया उजागर- भाजपा विधायक
वहीं छात्रों पर हुए लाठीचार्ज का विरोध करते हुए भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा कि जिन छात्रों को झूठे सपने दिखाकर इंडिया ब्लॉक ने वोट पाया. आज उन्हीं पर लाठियां बरसाई जा रही हैं. आज हेमंत सरकार की तानाशाही उजागर हुई है. छात्र सिर्फ परीक्षा में हुई गड़बड़ी का निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे थे तो उन पर लाठियां बरसाई जा रही हैं.