अल्मोड़ा: बिनसर वन्य जीव विहार की सीमा से लगे सुनौली गांव में तेंदुओं एवं जंगली जानवरों का आतंक बना हुआ है. सुनोली गांव के बीचों-बीच स्थिति एक मकान के खंडहर में तेंदुए के शावक मिले हैं, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने शावकों को कैमरे में कैद कर लिया. जिससे गांव के ग्रामीण दहशत में है. जिसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार से निजात दिलाने की मांग की है.
सुनोली के तोक गांव सीमा में गांव के मध्य में स्थित भुवन चंद्र कांडपाल के आवासीय मकान से सटे मोहन कांडपाल के खंडहर हो चुके मकान में तेंदुओं के बच्चों की आवाज सुनाई दी. भुवन ने अपने साथियों के साथ खंडहर में देखा तो वहां उगी घनी झाड़ियों के बीच तेंदुआ के बच्चे दिखाई दिए. इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई. सूचना मिलने पर वन दरोगा जीवन सिंह बोरा, वन बीट अधिकारी गोविंद सिंह कोरंगा, रिंकू नेगी, लोक प्रबंध विकास संस्था के ईश्वर जोशी, नव युवक मंगल दल के अध्यक्ष हेमंत कुमार, जैव विविधता प्रबंधन समिति के सुशील कांडपाल ने घटनास्थल पर जाकर खंडहर की सफाई की तो वहां तेंदुए के दो शावक दिखाई दिए.
अल्मोड़ा सुनौली गांव में मिले गुलदार के शावक (Video- ETV Bharat) ग्रामीणों अनुसार यहां शावकों की संख्या चार थी. संभवतया दो बच्चों को उनकी मां अन्यत्र उठा ले गई होगी. वन कर्मियों द्वारा ग्रामीणों को जरूरी एहतियात बरतने की हिदायत दी गई है. उम्मीद जताई जा रही है कि मादा तेंदुआ इन शावकों को भी यहां से उठा ले जायेगी, ना ले जाने की स्थिति में आगे कार्रवाई का आश्वासन वन कर्मियों द्वारा दिया गया. लोक प्रबंध विकास संस्था के ईश्वर जोशी ने कहा कि बिनसर वन्य जीव विहार की सीमा से लगा होने के कारण सुनौली में तेंदुओं एवं जंगली जानवरों का आतंक बना हुआ है. विगत दिन गंगा देवी के मुर्गीबाड़ा में घुसकर तेंदुए ने पांच दर्जन से अधिक मुर्गियों को मार डाला.
गंगा देवी का घर सीमा के ठीक सामने स्थित है. उन्होंने कहा कि पूर्व में बाघ (टाइगर) के बिनसर क्षेत्र में होने कि खबरें थी. इसलिए ग्रामीणों का मानना है कि बाघ के भय से तेंदुए गांव की ओर आ रहे हैं. ग्रामीणों ने वन विभाग से इसके लिए कारगर कदम उठाने की मांग की है, ताकि कोई जनहानि न हो सके.
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