नई दिल्ली:दिल्ली सरकार द्वारा बुजुर्गों और विधवाओं को दिए जाने वाले पेंशन पिछले छह महीने से बंद थी. अब तीन दिन पहले इसे दोबारा बहाल कर दिया गया है. जिस पर शुक्रवार को विधानसभा सत्र के दौरान दिलीप पांडे ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश कर सरकार का आभार जताया. उन्होंने कहा कि दिल्ली के अंदर जो विधवा पेंशन, बुजुर्गों को पेंशन मिलती थी, छह महीने पहले पेंशन की राशि में 2500 रुपये में से केंद्र सरकार से मिलने वाला हिस्सा 300 रुपये बंद कर दिया गया. जिस वजह से पेंशन रोक दी गयी थी. लेकिन अब दिल्ली सरकार ने पेंशन मद में 2200 रुपये देना शुरू किया है. उन्होंने बताया कि इससे एक लाख पेंशन लाभार्थियों को फायदा होगा.
BJP ने नए पेंशनधारकों को जोड़ने की रखी मांगःदिलीप पांडे ने इसके लिए विधानसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया. इस पर नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा वर्ष 2018 से पेंशनधारकों में नए को नहीं जोड़ा गया, इस पर सरकार विचार करें. इस दौरान जो पेंशन धारक चले गए उनकी जगह नए लाभार्थियों को जोड़ा जाए. छह महीने से पेंशन क्यों बंद थी. यह भी सरकार बताएं.
बुजुर्गों और विधवाओं को मिले अधिक लाभ:चर्चा में हिस्सा लेते हुए विधानसभा की डिप्टी स्पीकर राखी बिडलान ने कहा कि केंद्र सरकार ने दिल्ली में 4.90 लाख पेंशन लेने वालों की कैपिंग लगा रखी है. इससे अधिक को नहीं दिया जा सकता. नेता विपक्ष सदन को गुमराह कर रहे हैं. बीजेपी विधायक बताए केंद्र सरकार ने 300 रुपये क्यों बंद कराया. वे सही मायने में बुजुर्गों को पेंशन दिलाना चाहते हैं तो वे केंद्र सरकार से 4.90 लाख की जगह 10 लाख की संख्या कैपिंग कराए, जिससे अधिक बुजुर्गों, विधवाओं को लाभ मिल सके.