पटना:राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ में 8 जनवरी 2024 की शाम 8 साल और 10 साल की दो बच्ची अपने घर से पड़ोस में जलावन लेने के लिए गई थी. उसकी मां घर में दोनों बच्चियों का खाना बनाने के लिए इंतजार कर रही थी लेकिन उसे क्या पता था कि बच्चियां जहां जलावन लाने जाएंगी वहां वो शख्स दरिंदा निकलेगा और बच्चियों को बहला-फुसलाकर उनके साथ दुष्कर्म करेगा. जब देर शाम हो गई और दोनों बच्ची घर नहीं लौटी तो परिवार वालों ने इसकी शिकायत फुलवारी शरीफ थाना को दी.
43 दिन के भीतर स्पीडी ट्रायल: इस मामले में न्यायालय में एडीजे 6 सह स्पेशल जज कमलेश चंद्र मिश्र ने पुलिस द्वारा दिए गए तमाम सबूत को देखते हुए आरोपी को सजा दी है. वहीं पश्चिमी एसपी अभिनव धीमान ने बताया है कि 8 जनवरी को फुलवारी शरीफ थाना क्षेत्र में आरोपी के द्वारा 8 साल और 10 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी की गई थी. इसी मामले में पुलिस के द्वारा तमाम सबूत को साक्षी मानते हुए 43 दिन के भीतर स्पीडी ट्रायल चलकर आरोपी को सजा दिलाई गई है.
क्या है पूरा मामला?: बता दें कि परिजनों के लाख तलाश करने पर भी बच्चियों का कुछ पता नहीं चला. अगली सुबह जब महिलाएं 9 जनवरी को खेत में अपने पशुओं के लिए घास लाने गई, तो दोनों बच्चियों को वहां एक चार दिवारी के अंदर बेहोश पड़ा पाया. महिलाओं ने तुरंत इसकी सूचना बच्चियों के घर वालों को दी. फिर मौके पर पुलिस पहुंची, जहां 8 साल की बच्ची मृत पड़ी थी और 10 साल की बच्ची बेहोशी की हालात में थी. पुलिस वालों ने बेहोश बच्ची को पटना एम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया.
एक बच्ची की निर्मम हत्या: वहीं 8 साल की बच्ची के सिर पर दरिंदे ने पत्थर से हमला किया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी. इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल भी काटा था. पटना एसएसपी के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए एसआईटी टीम का गठन किया गया. एसआईटी टीम ने तकनीकी अनुसंधान के आधार पर 24 घंटे के अंदर आरोपी को गांव से ही गिरफ्तार कर लिया था.