नई दिल्ली: केंद्र सरकार की उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत, इस वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 25) के सात महीनों में देश में Apple का iPhone आईफोन उत्पादन 10 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है, जिसमें अकेले 7 बिलियन डॉलर का निर्यात शामिल है, जो एक रिकॉर्ड है. केंद्र सरकार ने कहा कि टेक दिग्गज ने पिछले वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 24) में भारत में 14 बिलियन डॉलर के iPhone का निर्माण/संयोजन किया, जिसमें 10 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के iPhone का निर्यात किया गया.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह 7 महीनों में स्मार्टफोन पीएलआई योजना के लिए एक और माइलस्टोन है. मंत्री ने बताया कि "एप्पल ने 10 बिलियन डॉलर के iPhone का उत्पादन किया और 7 बिलियन डॉलर का निर्यात किया. भारत से कुल स्मार्टफोन निर्यात 7 महीनों में 10.6 बिलियन डॉलर को पार कर गया."
मंत्री वैष्णव ने आगे कहा कि Apple इकोसिस्टम ने चार वर्षों में 1,75,000 नई प्रत्यक्ष नौकरियां पैदा कीं, जिनमें 72 प्रतिशत से अधिक महिलाएं थीं. क्यूपर्टिनो (कैलिफोर्निया) स्थित टेक दिग्गज ने चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 25) के पहले सात महीनों में भारत से आईफोन निर्यात में 60,000 करोड़ रुपये (लगभग 7 बिलियन डॉलर) का आंकड़ा छू लिया है.
उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में कंपनी ने हर महीने लगभग 8,450 करोड़ रुपये (लगभग 1 बिलियन डॉलर) के आईफोन निर्यात किए. जुलाई-सितंबर की अवधि में, Apple ने भारत में अब तक का सबसे बड़ा राजस्व रिकॉर्ड बनाया. कंपनी के सीईओ टिम कुक ने कहा कि "हम भारत में जो उत्साह देख रहे हैं, उससे हम उत्साहित हैं, जहां हमने अब तक का सबसे बड़ा राजस्व रिकॉर्ड बनाया है. यह Apple में इनोवेशन का एक असाधारण वर्ष रहा है."
महत्वाकांक्षी भारत में अपने iPhones की बढ़ती मांग के बीच, Apple ने भारत में अपने परिचालन राजस्व में 36 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो वित्त वर्ष 24 में 66,700 करोड़ रुपये (लगभग 8 बिलियन डॉलर) को पार कर गया. टेक दिग्गज ने पिछले वित्त वर्ष में 2,746 करोड़ रुपये (330 मिलियन डॉलर) का लाभ भी दर्ज किया. वित्त वर्ष 23 में 2,229.6 करोड़ रुपये (268 मिलियन डॉलर) के मुकाबले वित्त वर्ष 24 में कंपनी का लाभ 23 प्रतिशत बढ़ा.