पटना: भाजपा नेता और पूर्व केद्रीय मंत्री रामकृपाल यादवतीसरी बार पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर भाजपा के द्वारा उम्मीदवार बनाए गए हैं. दो बार रामकृपाल यादव ने लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती को शिकस्त दिया है. भारतीय जनता पार्टी ने तीसरी बार राम कृपाल यादव को चुनावी मैदान में उतारा है. हाईप्रोफाइल पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं.
मैदान में रामकृपाल यादव : लालू प्रसाद यादव की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है. लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती तीसरी बार राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर मैदान में उतर चुकी हैं. मीसा भारती को दो चुनावों में शिकस्त मिली है. इससे पहले लालू प्रसाद यादव भी पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर रंजन यादव से चुनाव हार चुके हैं. परिसीमन के बाद एक बार भी लालू परिवार पाटलिपुत्र सीट पर जीत हासिल नहीं कर सका है.
परिसीमन के बाद परास्त हुए लालू और फैमिली : परिसीमन के बाद 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में जदयू के रंजन यादव ने राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव को 23500 मतों के अंतर से हराया था. साल 2014 में रामकृपाल यादव ने लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती को 40322 मतों से हराया था. 2019 में 39321 मतों से मीसा भारती चुनाव हार गईं थीं. आपको बता दें कि 2014 लोकसभा चुनाव के वक्त ही राम कृपाल यादव भाजपा में शामिल हुए थे.
कभी रामकृपाल यादव लालू यादव के खास थे : रामकृपाल यादव की तब टिकट काट दी गई थी और लालू प्रसाद यादव ने अपनी बड़ी बेटी को मैदान में उतारा था. नाराज होकर रामकृपाल यादव ने राष्ट्रीय जनता दल छोड़ दिया था. पटना जिला का संसदीय क्षेत्र होने के चलते रामकृपाल यादव के समक्ष चुनौती बड़ी थी और बड़े प्रोजेक्ट को क्षेत्र में लाना उनकी प्राथमिकता थी. आइए ग्राफिक्स के जरिए जानते हैं कि रामकृपाल यादव के प्रयासों से पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र में कौन-कौन से महत्वपूर्ण काम हुए हैं.
'अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा करना लक्ष्य' : वह कार्य या प्रोजेक्ट जो अधूरे रह गए हैं और रामकृपाल यादव ने अगले कार्यकाल में पूरा करने की ठान रखी है, उसमें दिघवारा से शेरपुर तक सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है. जो कि यह सड़क एयरपोर्ट तक जाएगी. मरीन ड्राइव शेरपुर से लेकर मनेर होते हुए बिहटा तक जाएगा. नौबतपुर पर ओवर ब्रिज बनाने की योजना है. जाम से मुक्ति दिलाने के लिए इस काम को पूरा किया जा रहा है. कन्हौली रोड को नौबतपुर से कनपा तक ले जाने की योजना है.