पटना: दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. विधानसभा चुनाव में बिहार के क्षेत्रीय दल दो-दो हाथ के लिए तैयार हैं. बिहार में एनडीए की सहयोगी पार्टी हम भी दिल्ली विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है. इस बाबत राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सहमति ही बनी है. वहीं जीतन राम मांझी ने 9 प्रस्तावों को बैठक में पारित कर बिहार के सीएम की चिंता जरूर बढ़ा दी है.
हम पार्टी दिल्ली में लड़ेगी चुनाव: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने तैयारी शुरू कर दी है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में बिहार के दल भी एंट्री करने के लिए तैयार हैं. जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाली पार्टी हम ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में दो दो हाथ का फैसला लिया है . दिल्ली में आयोजित हम पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में दिल्ली विधानसभा चुनाव में लड़ने का फैसला लिया गया है. वहीं राजनीतिक विश्लेषक इसे बिहार में मांझी की प्रेशर पॉलिटिक्स मान रहे हैं.
दिल्ली प्रदेश इकाई को किया गया अधिकृत: दिल्ली में केजरीवाल से मुकाबले के लिए बीजेपी पूरी तरह तैयार है. बिहार में एनडीए के सहयोगी पार्टी हम ने भी दिल्ली विधानसभा चुनाव में मजबूत दावेदारी की है. हम पार्टी ने एनडीए के साथ चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है. पार्टी की ओर से प्रदेश इकाई को अधिकृत भी किया गया है.
"दिल्ली विधानसभा चुनाव हम मजबूती से लड़ने के लिए तैयार हैं. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में दिल्ली की इकाई को बीजेपी के प्रदेश इकाई से बातचीत करने के लिए अधिकृत किया गया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन पूरे मामले को देख रहे हैं. अगर गठबंधन में सहमति बनी तो ठीक है नहीं तो हम अकेले भी चुनाव लड़ने की तैयारी में है."- विजय यादव, हम पार्टी के प्रवक्ता
आरक्षित सीट पर मांझी की नजर: दिल्ली में 12 ऐसी विधानसभा सीटे हैं जो आरक्षित सीट हैं. जीतन राम मांझी की नजर आरक्षित सीटों पर है. केंद्र में मंत्री बनने के बाद जीतन राम मांझी पार्टी का विस्तार दूसरे राज्यों में करने में जुटे हैं. रणनीति के तहत जीतन राम मांझी की नजर आरक्षित सीट को अपने खाते में लेने की है.
दिल्ली की 12 आरक्षित सीटें: दिल्ली की 12 आरक्षित सीटें जिसपर मांझी की नजर है उनमें करोल बाग, त्रिलोकपुरी, पटेल नगर, कोंडली शामिल है. इसके अलावा सीमापुरी, मादीपुर, देवली, गोकलपुर, आंबेडकरनगर, बवाना, सुल्तानपुर माजरा और मंगोपुरी आरक्षित सीट है.
अकेले भी चुनाव लड़ सकती है हम: पिछले विधानसभा चुनाव में भी हम पार्टी ने दिल्ली विधानसभा सीट पर दो उम्मीदवार खड़े किए थे और इस बार पार्टी आधे दर्जन से अधिक सीटों पर उम्मीदवार खड़े करना चाहती है. पार्टी की इच्छा है कि बीजेपी के साथ कुछ सीटों पर सहमति बन जाए. अगर सहमति नहीं बन पाई तो हम पार्टी अकेले भी चुनाव लड़ सकती है.
"हम पार्टी का कोई मजबूत आधार दिल्ली में नहीं है. हम पार्टी मोटे तौर पर राजनीतिक सौदा करना चाहती है. एक दो सीटें अगर दिल्ली में गठबंधन के तहत मिल गई तो ठीक है नहीं तो बिहार के अंदर हम पार्टी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना चाहेगी. कितनी कामयाबी हम पार्टी को मिलेगी यह तो भविष्य के गर्भ में है".- प्रवीण बागी,वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक
नीतीश की मांझी ने बढ़ायी टेंशन: सोमवार को दिल्ली में हम की कार्यकारिणी की बैठक में 9 प्रस्तावों को पारित किया गया. इन प्रस्तावों को लेकर बिहार एनडीए में बवाल मचना तय माना जा रहा है. इस प्रस्ताव में कई ऐसी बातें हैं जिससे नीतीश कुमार की टेंशन बढ़ना तय है. इसमें सबसे अहम फ्री बिजली की घोषणा है.
हम पार्टी का प्रस्ताव : हम पार्टी ने नौ प्रस्ताव पास किए हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ये प्रस्ताव जनता को लुभाने के लिए किए गए हैं. इन प्रस्तावों में दीक्षा भूमि नागपुर में बाबा साहब की विशाल प्रतिमा लगाने को शामिल किया गया है. बिहार में सभी तरह के पेंशन को कम से कम दो हजार रुपये करना, घरेलू उपयोग के लिए 200 यूनिट बिजली फ्री के अलावा और जीविका दादी, ममता दीदी को लेकर भी बड़ा प्रस्ताव पारित हुआ है.
नीतीश पहले ही दे चुके हैं संकेत: झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार ने भी दिल्ली से चुनाव लड़ने का संकेत दे दिया था. इसके लिए नीतीश ने कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा को जिम्मा सौंपा है. नीतीश की नजर बिहारी बाहुल छह सीटों पर है. संगम विहार, बुराड़ी, सीमापुरी सहित कुछ मुस्लिम बहुल सीटों पर जदयू की नजर है, जहां बिहार के रहने वालों लोगों की अच्छी तादाद है.
ये भी पढ़ें
जीतन मांझी ने तो सबको खुश कर दिया, ऐसा 9 प्रस्ताव लाया जो लागू हो तो सबकी बल्ले-बल्ले
उपचुनाव में सफलता के बाद दिल्ली चुनाव पर मांझी की नजर, टारगेट पर रिजर्व सीट