लखनऊ: बीमा कंपनियों के लुभावने स्कीमों के चक्कर में फंस कर अपना पैसा और समय दोनों गंवा रहे लोगों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती रही है. उससे भी ज्यादा तेजी से बढ़ रही है बीमा कंपनियों की मनमानी. जिसको देखते हुए बीमा कंपनियों की मनमानियों पर लगाम लगाने और लोगों को न्याय दिखाने के लिए बीमा लोकपाल की नियुक्ति की गई है. देशभर में नियुक्त कुल 17 बीमा लोकपाल में से एक लखनऊ में भी नियुक्त हैं. जहां रोजाना ही जीवन बीमा, सामान्य बीमा, स्वास्थ्य बीमा कंपनियों से परेशान लोगों का जमावड़ा लगा रहता है.
बीमा लोकपाल के पास बीमा कंपनियों की मनमानी से परेशान लोगों की शिकायतों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बीमा कंपनियों की मनमानी तेजी से बढ़ रही है. बीमा कंपनियों की ठगी का शिकार हुए लोग बीमा लोकपाल के दर पर पहुंच रहे हैं और यहां से उन्हें न्याय मिल रहा है. गुरुवार को बीमा लोकपाल अतुल सहाय ने बीमा लोकपाल के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी. बताया कि किस-किस तरह की कितनी शिकायतें आ रही हैं और कैसे इन कंपनियों की शिकायत बीमा लोकपाल में की जा सकती है और समाधान पाया जा सकता है.
अतुल सहाय ने बताया कि, जीवन बीमा, सामान्य बीमा, स्वास्थ्य बीमा कंपनियों और उनके दलालों से पीड़ित बीमा धारकों की शिकायतों का बीमा लोकपाल में निराकरण किया जाता है. कंपनियों की तमाम शिकायतें बीमा लोकपाल में दर्ज हो रही हैं. यहां हर हाल में 90 दिन के अंदर शिकायतों का निस्तारण करने का नियम है. उन्होंने बताया कि लखनऊ, कानपुर और प्रयागराज से सबसे ज्यादा शिकायतें प्राप्त हो रही हैं. यहां बीमा कंपनी और उनके दलालों से बीमाधारक पीड़ित हैं.
बीमा लोकपाल अतुल सहाय ने बताया कि, बीमा धारकों की शिकायतों के निपटारे के लिए निराकरण के लिए बीमा लोकपाल की तरफ से किसी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है. वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान सभी 17 बीमा लोकपाल कार्यालय में प्राप्त शिकायतों की कुल संख्या 52,575 थी जिनमें से 49,705 शिकायतों का निपटारा बीमा लोकपाल कार्यालयों की तरफ से किया गया. शिकायतों का कुल निस्तारण 94.54 फीसद रहा.