देहरादून:उत्तराखंड में चुनाव को लेकर संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ रही है. प्रदेश में इस बार लोकसभा चुनाव के लिए करीब 1580 संवेदनशील केंद्र चिन्हित हुए हैं, जो कि पिछले चुनाव से करीब 500 ज्यादा बताए गए हैं. उधर राज्य में कुल 11729 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनके लिए भारत सरकार से 20 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स राज्य को अब तक मिल चुकी है.
उत्तराखंड में आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए पुलिस फोर्स की अंतिम तैनाती का प्लान तैयार हो चुका है. हालांकि केंद्र से और भी पैरामिलिट्री फोर्स की डिमांड की गई है, लेकिन अब तक मौजूद पुलिस फोर्स के आधार पर फिलहाल राज्य में सुरक्षा से जुड़े इंतजाम पूरे किए जा रहे हैं.
इस बार उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए भारत सरकार से 115 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स की मांगी गई है, इसमें से 20 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स राज्य को अब तक मिल चुकी है. फिलहाल उत्तराखंड के पास जितनी फोर्स है ,उसी के आधार पर चुनाव ड्यूटी पर तैनाती से पहले जवानों को शुरुआती सुरक्षा इंतजामों के कार्यों में लगाया गया है. इसके तहत फोर्स का फ्लैग मार्च चेकिंग अभियान और संवेदनशील क्षेत्रों की देखरेख का काम एक मार्च से शुरू किया गया है.
उत्तराखंड को जो 20 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स मिली है, उसमें 10 कंपनी आईटीबीपी और 10 कंपनी SSB की तैनात की गई है. इसके अलावा मैदानी जनपदों में तीन कंपनी दी गई है, जबकि पर्वतीय जनपदों में एक-एक कंपनियां दी गयी है. उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए 11729 मतदान केंद्र चिन्हित किए गए हैं, इसमें 1580 संवेदनशील केंद्र है. हर संवेदनशील केंद्र पर आधी या एक कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स की अनिवार्य रूप से रखी जाएगी.
उत्तराखंड में 35 कंपनियां PAC की मौजूद है, जो कि चुनाव ड्यूटी में लगाई जाएगी. करीब 6000 होमगार्ड की डिमांड केंद्र से की गई है. इसी तरह उत्तराखंड के 6 हज़ार PRD जवान भी पुलिस की ड्यूटी में लगेंगे, जबकि वन विभाग से फॉरेस्ट गार्ड भी चुनाव ड्यूटी के लिए लगाए जाएंगे. प्रदेश में लगातार संवेदनशील केंद्रों की संख्या बढ़ रही है और माना जा रहा है कि पिछले 10 साल में 500 संवेदनशील केंद्र बढ़ चुके हैं.