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लोस चुनाव: उत्तराखंड में बढ़ी संवेदनशील मतदान केंद्र की संख्या, केंद्र से मांगी गई 115 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स - संवेदनशील मतदान केंद्र उत्तराखंड

sensitive polling stations in Uttarakhand एक तरफ जहां राजनीतिक पार्टियां लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में जुटी हुई है तो वहीं पुलिस-प्रशासन ने भी चुनाव को लेकर अपनी कमर कस ली है. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रदेश में कुल 11729 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे, जिसमें से 1580 संवेदनशील केंद्र चिन्हित हुए हैं.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Mar 4, 2024, 10:04 PM IST

देहरादून:उत्तराखंड में चुनाव को लेकर संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ रही है. प्रदेश में इस बार लोकसभा चुनाव के लिए करीब 1580 संवेदनशील केंद्र चिन्हित हुए हैं, जो कि पिछले चुनाव से करीब 500 ज्यादा बताए गए हैं. उधर राज्य में कुल 11729 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनके लिए भारत सरकार से 20 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स राज्य को अब तक मिल चुकी है.

उत्तराखंड में आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए पुलिस फोर्स की अंतिम तैनाती का प्लान तैयार हो चुका है. हालांकि केंद्र से और भी पैरामिलिट्री फोर्स की डिमांड की गई है, लेकिन अब तक मौजूद पुलिस फोर्स के आधार पर फिलहाल राज्य में सुरक्षा से जुड़े इंतजाम पूरे किए जा रहे हैं.

इस बार उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए भारत सरकार से 115 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स की मांगी गई है, इसमें से 20 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स राज्य को अब तक मिल चुकी है. फिलहाल उत्तराखंड के पास जितनी फोर्स है ,उसी के आधार पर चुनाव ड्यूटी पर तैनाती से पहले जवानों को शुरुआती सुरक्षा इंतजामों के कार्यों में लगाया गया है. इसके तहत फोर्स का फ्लैग मार्च चेकिंग अभियान और संवेदनशील क्षेत्रों की देखरेख का काम एक मार्च से शुरू किया गया है.

उत्तराखंड को जो 20 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स मिली है, उसमें 10 कंपनी आईटीबीपी और 10 कंपनी SSB की तैनात की गई है. इसके अलावा मैदानी जनपदों में तीन कंपनी दी गई है, जबकि पर्वतीय जनपदों में एक-एक कंपनियां दी गयी है. उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए 11729 मतदान केंद्र चिन्हित किए गए हैं, इसमें 1580 संवेदनशील केंद्र है. हर संवेदनशील केंद्र पर आधी या एक कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स की अनिवार्य रूप से रखी जाएगी.

उत्तराखंड में 35 कंपनियां PAC की मौजूद है, जो कि चुनाव ड्यूटी में लगाई जाएगी. करीब 6000 होमगार्ड की डिमांड केंद्र से की गई है. इसी तरह उत्तराखंड के 6 हज़ार PRD जवान भी पुलिस की ड्यूटी में लगेंगे, जबकि वन विभाग से फॉरेस्ट गार्ड भी चुनाव ड्यूटी के लिए लगाए जाएंगे. प्रदेश में लगातार संवेदनशील केंद्रों की संख्या बढ़ रही है और माना जा रहा है कि पिछले 10 साल में 500 संवेदनशील केंद्र बढ़ चुके हैं.

देहरादून जिला निर्वाचन अधिकारी ने लिया तैयारियों का जायजा: एक तरफ से जहां पुलिस सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा कर रही है तो वहीं वहीं प्रशासन और निर्वाचन आयोग भी अपनी तैयारियों में जुटा है. टिहरी गढवाल संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग वोटरों को ज्यादा से ज्यादा जागरुक करने में लगा हुआ है. इसी संबंध में सोमवार को देहरादून जिला निर्वाचन अधिकारी ने कुछ जानकारियां दी.

देहरादून जिला निर्वाचन अधिकारी सोनिका ने बताया कि जिले में 10 विधानसभा है और 10 विधानसभा के हिसाब से 1880 मतदान स्थल है. जिले की वोटर लिस्ट भी चुकी है. देहरादून जिले में एक जनवरी 2024 के आधार पर आज तक ईरोल अपडेशन कार्यों तक 1549344 सामान्य मतदाता हैं, जिनमें पुरूष 805291, महिला 743977, थर्ड जैण्डर 76 है.

वहीं, दिव्यांग मतदाता 11480 और 80 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के 29417 मतदाता है. जनपद देहरादून की 10 विधानसभाओं में 9825 सर्विस मतदाता है. टिहरी गढवाल संसदीय क्षेत्र अन्तर्गत जनपद उत्तरकाशी की पुरोला, यमुनोत्री और गंगोत्री शामिल है. वहीं टिहरी जिले घनसाली, प्रतापनगर, टिहरी, धनौल्टी विधानसभा शामिल है.

इसके अलावा देहरादून जिले की चकराता, विकासनगर, सहसपुर, रायपुर, राजपुर रोड, देहरादून कैन्ट, मसूरी विधानसभाएं शामिल है. जिलाधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी सोनिका ने बताया कि पोलिंग स्टेशन पर भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के तहत मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं और आईडल बूथ भी बनाए जा रहे है.

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