इस्लामाबाद: पाकिस्तान में ICC चैंपियंस ट्रॉफी का जश्न आसमान पर है. 19 फरवरी से शुरू इस टूर्नामेंट का फाइनल मैच 9 मार्च को खेला जाएगा. रविवार,23 फरवरी को दुबई में भारत और पाकिस्तान के बीच सबसे बड़ा मैच खेला गया. इसी बीच आईसीसी के इस बड़े टूर्नामेंट पर इस्लामिक स्टेट के आतंकी संगठन का साया मंडराने लगा है. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने संभावित खतरे के बारे में चेतावनी जारी की है.
पाकिस्तान खुफिया एजेंसी ने जारी की चेतावनी
इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (आईएसकेपी) पाकिस्तान में मैच देखने आए विदेशी नागरिकों का अपहरण करने या उनसे मोटी रकम ऐंठने की योजना बना रहे है. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने इस बारे में चेतावनी भी की है.
बता दें की 1996 के बाद पहली बार यानी करीब तीन दशक बाद पाकिस्तान किसी ICC टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है. सिर्फ भारत अपना मैच दुबई में खेल रहा है, क्योंकि उन्होंने सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया था.
टूर्नामेंट शुरू होने के बाद से पाकिस्तान पहले ही कई विवादों में फंस चुका है
टूर्नामेंट शुरू होने के बाद से मेजबान पाकिस्तान पहले ही कई विवादों में फंस चुका है. भारत का झंडा न लगाने से लेकर, इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया मैच के दौरान गलती से भारतीय राष्ट्रगान बजने के बाद आयोजकों में हड़कंप मच गया था. ऐसे में खुफिया एजेंसी की संभावित आतंकी खतरे की चेतावनी से उस देश की सरकार हिल गई है.
लाहौर में श्रीलंकाई टीम की बस पर 2009 में हुए आतंकवादी हमले की यादें अभी भी ताजा हैं. उस दर्दनाक हमले को ध्यान में रखते हुए, पाकिस्तान के सामने मौजूदा ICC इवेंट को समाप्त करने में एक चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.
चैंपियंस ट्रॉफी पर आतंकी खतरे का साया
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, अपनी योजना को अंजाम देने के लिए, इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP) ने कथित तौर पर मुख्य शहर से काफी दूर एक बेस बनाया है, जहां बाइक या रिक्शा के बिना पहुंचना मुश्किल है. वे जानबूझकर बिना कैमरे की निगरानी वाली जगह और अपहृत व्यक्तियों को रात के अंधेरे में सुरक्षाबलों से बचने के लिए सुरक्षित घर के रूप में ले जाने की तलाश करते हैं.
आतंकवादी संगठनों के निशाने पर मुख्य रूप से चीन या अरब नागरिक हैं. आतंकवादी संगठन बंदरगाह क्षेत्रों, हवाईअड्डे क्षेत्रों या विभिन्न कार्यालय क्षेत्रों पर कड़ी नजर रख रहे हैं. इस्लामिक स्टेट ने न केवल पाकिस्तान में बल्कि अफगानिस्तान में भी अपनी गतिविधियों की योजना बनाई है, जिसकी वजह से अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी (जीडीआई) ने भी प्रमुख स्थानों पर संभावित ISKP हमलों के बारे में अपने अधिकारियों को एक नोटिस जारी किया है और आतंकी समूह से जुड़े लोगों को ट्रैक करने के प्रयासों को तेज कर दिया है.
पिछले साल इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत समर्थित आतंकवादी संगठन अल-आजम ने मीडिया विज्ञप्ति में क्रिकेट का कड़ा विरोध किया था. आतंकवादी संगठन ने अफगान क्रिकेट टीम का समर्थन करने के लिए तालिबान सरकार की आलोचना करते हुए कहा था कि क्रिकेट राष्ट्रवाद को जन्म देता है, जो इस्लाम की जिहादी विचारधारा के विपरीत है.
पाकिस्तानी टीम टूर्नामेंट से बाहर होने के कगार पर
पाकिस्तान की टीम टूर्नामेंट में अपने शुरुआती दो मैच हार गई है. 19 फरवरी को न्यूजीलैंड से पहले मैच में हारने के बाद 23 फरवरी को भारत से भी हार गया. जिसकी वजह से वे टूर्नामेंट से बाहर होने के कगार पर है, और उसे सेमीफाइनल की रेस में बने रहने के लिए अब न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के मैच पर निर्भर होना पड़ रहा है.