देवघर:जिले में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. इस कारण लोगों को जीना मुहाल हो गया है. शाम और सुबह के वक्त शीतलहर और ठंड का प्रकोप अधिक बढ़ जाता है. ठंड की वजह से शाम सात बजे के बाद सड़कों पर लोगों की आवाजाही कम हो जाती है. ज्यादा जरूरी होने पर ही लोग अपने घरों से निकलते हैं. वहीं जिला प्रशासन की ओर से भी लोगों से ठंड से बचने की अपील की गई है.
गरीबों के लिए रैन बसेरा बना सहारा
वहीं ठंड से सबसे ज्यादा गरीबों को परेशानी हो रही है. देवघर में सड़क किनारे रहने वाले गरीबों के लिए इस ठंड में रैन बसेरा ही एक मात्र साधन है. नगर निगम द्वारा बनाए गए रैन बसेरा में प्रतिदिन 35 से 40 लोग रात गुजार रहे हैं. देवघर में दो रैन बसेरा संचालित है. पहला देवघर शहर के बस स्टैंड के पास और दूसरा जसीडीह के पास बनाए गए रैन बसेरा.
जगह-जगह की गई अलाव की व्यवस्था
वहीं इस संबंध में रैन बसेरा में काम करने वाले नगर निगम के कर्मचारियों ने कहा प्रतिदिन रेस्क्यू अभियान चलाया जाता है. सड़क किनारे जहां भी लोगों को ठंड में ठिठुरते देखा जाता है उन्हें सड़क से उठाकर रैन बसेरा तक लाया जाता है. जहां पर लोगों को गर्म पानी और कंबल मुहैया कराया जाता है, ताकि लोगों को ठंड से राहत पहुंचायी जा सके. वहीं ठंड को लेकर जगह-जगह अलाव की भी व्यवस्था की जाती है.
नगर निगम चला रहा रेस्क्यू अभियान
इस संबंध में देवघर नगर निगम के सिटी मैनेजर हिमांशु कुमार बताते हैं कि रैन बसेरा गरीब लोगों के लिए ठंड के दौरान काफी महत्वपूर्ण स्थान होता है. नगर निगम के तरफ से रैन बसेरा में हर तरह की सुविधा मुहैया करायी जाती है. कर्मचारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि प्रतिदिन अपनी टीम के साथ सड़क पर निकलकर जांच करें कि कहीं कोई गरीब ठंड में सड़क पर तो नहीं सो रहा है.