चित्तौड़गढ़.आकोला थाना के कानड़ खेड़ा गांव में लावारिस मिले नवजात शिशु को स्वस्थ होने के बाद गुरुवार को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया. उसका जिला चिकित्सालय में 17 दिन तक इलाज चला. समिति ने नवजात का नाम राघव रखा है.
महिला एवं बाल चिकित्सा यूनिट के प्रभारी डॉ. जय सिंह के अनुसार जन्म के कुछ घंटे बाद ही नवजात को लावारिस हालत में छोड़ दिया गया था. तेज ठंड के कारण बच्चे के शरीर का तापमान काफी कम हो गया. मदर मिल्क बैंक से दूध उपलब्ध करवाकर उसके न्यूट्रीशन का ध्यान रखा गया. उसका वजन मापदंड के अनुसार होने के बाद उसके सारे चेकअप किए गए, जिसमें नवजात का स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक पाया गया, उसके बाद महिला एवं बाल कल्याण समिति को इसकी सूचना दी गई.
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सूचना पर बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष प्रियंका पालीवाल अस्पताल पहुंची, जिन्हें बच्चा सौंप दिया गया. समिति अध्यक्ष प्रियंका पालीवाल के अनुसार बच्चे को समिति ने अपनी कस्टडी में ले लिया है, उसे शिशु ग्रह में रखा जाएगा, क्योंकि जनवरी में बच्चे का जन्म हुआ था और पूरे देश में राममय माहौल है, ऐसे में बच्चे का नाम राम के नाम पर राघव रखा गया है. बता दें कि 14 जनवरी को नवजात बच्चा लावारिस हालत में बिजासन माता रोड पर मिला था, जिसकी सूचना राहगीरों ने पुलिस को दी और नवजात को आकोला हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां से उसे प्राथमिक उपचार के बाद चित्तौड़गढ़ रेफर कर दिया गया था.