डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, यह एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है. जिसमें शरीर में शुगर का लेवल बढ़ जाता है. डायबिटीज के चलते ब्लड वेसेल्स को नुकसान पहुंचता है. इसके साथ ही इसका असर कई अंगों पर भी पड़ता है. यह एक आम बीमारी है जो हर उम्र के लोगों को प्रभावित करती है. इसे हल्के में लेने की कभी भी भूल ना करें, डायबिटीज के कारण हार्ट अटैक, स्ट्रोक से लेकर अल्जाइमर जैसी घातक बीमारियां हो सकती है.
ये बीमारी जेनेटिक भी होती है और खराब जीवनशैली के कारण भी होती है. डायबिटीज के मरीजों को अपने खाने-पीने का विशेष ध्यान रखना चाहिए. इस खबर में जानिए कि डायबिटीज मरीजों को केला, आम, और अंगूर जैसे फलों से क्यों दूरी बनाकर रखना चाहिए...
दरअसल, डायबिटीज के मरीजों को केला, आम, और अंगूर जैसे फलों को भूलकर भी नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इनमें शुगर और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है. इन फलों को खाने से ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है. इसके साथ ही डायबिटीज के पेशेंट को फलों का सेवन सही समय पर भी करना चाहिए. सुबह 10 बजे से 11 बजे का समय फल खाने के लिए अच्छा माना जाता है. वहीं, रात को फल खाने से शरीर में वॉटर रिटेंशन का खतरा बढ़ जाता है.
केला
ncbi के मुताबिक, केले में कार्ब्स होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाते हैं. अगर आपको डायबिटीज है, तो अपनी डाइट में कार्ब की मात्रा और प्रकार के बारे में जागरूक होना महत्वपूर्ण है. ऐसा इसलिए है क्योंकि कार्ब्स आपके ब्लड शुगर लेवल को अन्य पोषक तत्वों की तुलना में ज्यादा बढ़ते हैं, जिसका अर्थ है कि वे आपके ब्लड शुगर लेवल को बहुत प्रभावित कर सकते हैं.
जब डायबिटीज के बिना लोगों में ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है, तो उनका शरीर इंसुलिन का उत्पादन करता है. यह ब्लड से शुगर को कोशिकाओं में ले जाने में मदद करता है, जहां इसका उपयोग या भंडारण किया जाता है. हालांकि, यह प्रक्रिया डायबिटीज से पीड़ित लोगों में ठीक से काम नहीं करती है. एक मिडिल साइज के केले में 29 ग्राम कार्ब्स और 112 कैलोरी होती है. कार्ब्स चीनी, स्टार्च और फाइबर के रूप में होते हैं. एक मिडिल साइज के केले में लगभग 15 ग्राम चीनी होती है. जो एक डायबिटीज मरीज के लिए काफी ज्यादा हानिकारक है.
आम
ncbi के मुताबिक, डायबिटीज मरीज सीमित मात्रा में आम खा सकते हैं, लेकिन उन्हें अलर्ट रहना होगा, क्योंकि आम ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है. दरअसल, आम में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है, जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकती है. हालांकि, आम में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने में सहायता कर सकते हैं. इसके साथ ही आम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) 51 होता है, जिसे डायबिटीज पेशेंट के लिए लो और सुरक्षित माना जाता है. क्योंकि GI मापता है कि कोई भोजन कितनी जल्दी ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाता है. इस बात पर जरूर ध्यान दें कि आम खाने से पहले अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच जरूर करें और अपने हेल्थ एक्सपर्ट से भी राय लें...
शोध के अनुसार अंगूर
अंगूर डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं, लेकिन इसके कुछ संभावित रिस्क भी हैं जिन पर विचार किया जाना चाहिए. अंगूर में नेचुरल शुगर, विशेष रूप से फ्रुक्टोज की मात्रा ज्यादा होती है, अधिक मात्रा में इसका सेवन करना हानिकारक हो सकता है. ज्यादा मात्रा में इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है. सूखे अंगूर, जिन्हें किशमिश भी कहा जाता है, उसमें चीनी की मात्रा अधिक होती है और इन्हें खाने से बचना चाहिए. डायटीशियन के अनुसार, डायबिटीज पेशेंट हर रोज अंगूर खा सकते हैं, लेकिन 10 पीस या 1 कप से ज्यादा नहीं क्योंकि, एक कप अंगूर में 23.2 ग्राम चीनी होती है.
(डिस्क्लेमर: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)
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