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राजस्थान के उपचुनाव में भाजपा का दबदबा, दिग्गज नेताओं की खिसकी सियासी जमीन

राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के नतीजों में 5 पर बीजेपी, जबकि 1-1 सीट पर कांग्रेस और BAP के प्रत्याशी जीते.

ASSEMBLY BYELECTION RESULT
विधानसभा उपचुनाव के नतीजे (ETV Bharat GF)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 3 hours ago

जयपुर: राजस्थान विधानसभा के लिए 7 सीटों पर हुए उपचुनाव में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी पर जनता ने भरोसा दिखाया है. 7 सीटों पर मतदान के बाद शनिवार को मतगणना पूरी हुई, जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में पांच विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस और आरएलपी ने एक-एक सीट पर जीत दर्ज की. खास बात यह है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में इन सीटों में से भाजपा महज एक सलूंबर सीट पर काबिज थी, जबकि कांग्रेस चार सीटों पर कब्जा जमाए हुए थी, लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस ने तीन सीटों पर हार का सामना किया. वहीं, भाजपा अपने खाते में चार सीटें जोड़ने में सफल रही.

यह रहा चुनाव का परिणाम : इस बार के विधानसभा चुनाव में राजस्थान की हॉट सीट मानी जा रही दौसा में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा मात्र 2,300 वोटों से परास्त हो गए. यहां कांग्रेस के दीनदयाल बैरवा ने जीत दर्ज की. कांग्रेस ने इस सीट पर कड़े मुकाबले के बाद अपनी एकमात्र सीट बचाने में सफलता पाई. इसके अलावा रामगढ़ में भाजपा प्रत्याशी सुखवंत सिंह 14,092 वोटों से जीतने में कामयाब रहे. उन्होंने कांग्रेस के कब्जे वाली इस सीट को जीतते हुए आर्यन खान को हराया.

इसे भी पढ़ें- Ramgarh By Election 2024 : कांटे की टक्कर में भाजपा ने मारी बाजी, सुखवंत सिंह 13636 वोटों से जीते

सलूंबर में जो आदिवासी क्षेत्र की महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है, यहां भाजपा की शांता देवी 1,285 मतों से जीतने में सफल रहीं. उन्होंने भारतीय आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी जितेश कटारा को हराया. वहीं, कांग्रेस के गढ़ चौरासी सीट पर भाजपा के अनिल कटारा ने जीत हासिल की और कांग्रेस के कारीलाल ननोमा को 23,841 वोटों से परास्त किया.

खींवसर सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल को हार का सामना करना पड़ा. भाजपा प्रत्याशी रेवंतराम डांगा ने उन्हें 13,870 से अधिक मतों से हराया. देवली-उनियारा सीट पर भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र गुर्जर ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की. उन्होंने कांग्रेस के केसी बैरवा को हराया. झुंझुनू में भाजपा के राजेंद्र भाम्बू ने तीसरी बार चुनाव लड़ने के बाद पहली बार जीत हासिल की.

इन दिग्गज नेताओं ने खोई जमीन : इस बार के उपचुनाव में भाजपा मंत्री और राजस्थान के प्रमुख एसटी नेता किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा चुनाव हार गए. इस पराजय के बाद उनकी साख पर पार्टी के भीतर और बाहर सवाल खड़े होंगे. इसी तरह आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल अपनी पत्नी कनिका बेनीवाल को उनके ही गढ़ में जीत दिलाने में नाकाम रहे. कनिका बेनीवाल को उनकी पार्टी के बागी प्रत्याशी रेवंतराम डांगा ने हराया. झुंझुनू में जाट समुदाय के दिग्गज शीशराम ओला के पुत्र अमित ओला भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र भाम्बू से हार गए. दोनों के बीच 42,848 वोटों का अंतर रहा. वहीं, उदयपुर की सलूंबर सीट पर भारतीय आदिवासी पार्टी के राजकुमार रोत ने भी जीत का दावा किया था, लेकिन भाजपा प्रत्याशी शांता देवी मीणा ने उन्हें करीबी मुकाबले में हरा दिया.

इसे भी पढ़ें- खींवसर में बीजेपी की प्रचंड जीत, रेवंतराम डांगा ने ढहाया आरएलपी का गढ़, भावुक होकर बोले- ये जनता की जीत है

पहली बार विधानसभा पहुंचे यह प्रत्याशी : राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों में जीतने वाले प्रत्याशियों में से एकमात्र देवली-उनियारा के राजेंद्र गुर्जर दूसरी बार विधानसभा पहुंचे हैं. बाकी अन्य सीटों- दौसा से दीनदयाल बैरवा, रामगढ़ से सुखवंत सिंह, खींवसर से रेवंतराम डांगा, सलूंबर से शांता देवी मीणा, चौरासी से अनिल कटारा और झुंझुनूं से राजेंद्र भाम्बू ने पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं.

जयपुर: राजस्थान विधानसभा के लिए 7 सीटों पर हुए उपचुनाव में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी पर जनता ने भरोसा दिखाया है. 7 सीटों पर मतदान के बाद शनिवार को मतगणना पूरी हुई, जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में पांच विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस और आरएलपी ने एक-एक सीट पर जीत दर्ज की. खास बात यह है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में इन सीटों में से भाजपा महज एक सलूंबर सीट पर काबिज थी, जबकि कांग्रेस चार सीटों पर कब्जा जमाए हुए थी, लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस ने तीन सीटों पर हार का सामना किया. वहीं, भाजपा अपने खाते में चार सीटें जोड़ने में सफल रही.

यह रहा चुनाव का परिणाम : इस बार के विधानसभा चुनाव में राजस्थान की हॉट सीट मानी जा रही दौसा में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा मात्र 2,300 वोटों से परास्त हो गए. यहां कांग्रेस के दीनदयाल बैरवा ने जीत दर्ज की. कांग्रेस ने इस सीट पर कड़े मुकाबले के बाद अपनी एकमात्र सीट बचाने में सफलता पाई. इसके अलावा रामगढ़ में भाजपा प्रत्याशी सुखवंत सिंह 14,092 वोटों से जीतने में कामयाब रहे. उन्होंने कांग्रेस के कब्जे वाली इस सीट को जीतते हुए आर्यन खान को हराया.

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सलूंबर में जो आदिवासी क्षेत्र की महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है, यहां भाजपा की शांता देवी 1,285 मतों से जीतने में सफल रहीं. उन्होंने भारतीय आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी जितेश कटारा को हराया. वहीं, कांग्रेस के गढ़ चौरासी सीट पर भाजपा के अनिल कटारा ने जीत हासिल की और कांग्रेस के कारीलाल ननोमा को 23,841 वोटों से परास्त किया.

खींवसर सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल को हार का सामना करना पड़ा. भाजपा प्रत्याशी रेवंतराम डांगा ने उन्हें 13,870 से अधिक मतों से हराया. देवली-उनियारा सीट पर भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र गुर्जर ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की. उन्होंने कांग्रेस के केसी बैरवा को हराया. झुंझुनू में भाजपा के राजेंद्र भाम्बू ने तीसरी बार चुनाव लड़ने के बाद पहली बार जीत हासिल की.

इन दिग्गज नेताओं ने खोई जमीन : इस बार के उपचुनाव में भाजपा मंत्री और राजस्थान के प्रमुख एसटी नेता किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा चुनाव हार गए. इस पराजय के बाद उनकी साख पर पार्टी के भीतर और बाहर सवाल खड़े होंगे. इसी तरह आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल अपनी पत्नी कनिका बेनीवाल को उनके ही गढ़ में जीत दिलाने में नाकाम रहे. कनिका बेनीवाल को उनकी पार्टी के बागी प्रत्याशी रेवंतराम डांगा ने हराया. झुंझुनू में जाट समुदाय के दिग्गज शीशराम ओला के पुत्र अमित ओला भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र भाम्बू से हार गए. दोनों के बीच 42,848 वोटों का अंतर रहा. वहीं, उदयपुर की सलूंबर सीट पर भारतीय आदिवासी पार्टी के राजकुमार रोत ने भी जीत का दावा किया था, लेकिन भाजपा प्रत्याशी शांता देवी मीणा ने उन्हें करीबी मुकाबले में हरा दिया.

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पहली बार विधानसभा पहुंचे यह प्रत्याशी : राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों में जीतने वाले प्रत्याशियों में से एकमात्र देवली-उनियारा के राजेंद्र गुर्जर दूसरी बार विधानसभा पहुंचे हैं. बाकी अन्य सीटों- दौसा से दीनदयाल बैरवा, रामगढ़ से सुखवंत सिंह, खींवसर से रेवंतराम डांगा, सलूंबर से शांता देवी मीणा, चौरासी से अनिल कटारा और झुंझुनूं से राजेंद्र भाम्बू ने पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं.

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