मध्य प्रदेश

madhya pradesh

बुरहानपुर के आदिवासी एकलव्य छात्रावास में खाद्यान्न घोटाला, कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश - Burhanpur food grain scam

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jun 11, 2024, 3:55 PM IST

बुरहानपुर जिले के नेपानगर तहसील में संचालित आदिवासी छात्रों के एकलव्य विद्यालय में दिए जाने वाले मध्याह्न भोजन में घोटाला किया गया है. कलेक्टर ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं.

Burhanpur food grain scam
बुरहानपुर के आदिवासी एकलव्य छात्रावास में खाद्यान्न घोटाला (ETV BHARAT)

बुरहानपुर खाद्यान्न घोटाला, कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश (ETV BHARAT)

बुरहानपुर।नेपानगर के सातपायरी स्थित एकलव्य विद्यालय में प्राचार्य ने घोटाले का खुलासा किया है. उन्होंने पाया कि विद्यालय में रहने वाले 436 बच्चों को गुजरात की एक आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से खाद्यान्न सप्लाई किया जा रहा है. इसके एवज में एजेंसी को 9 लाख रुपए का भुगतान किया जा रहा है. वहीं, पूर्व प्राचार्य व छात्रावास अधीक्षिका द्वारा स्थानीय राशन दुकान से भी छात्रावास के नाम पर खाद्यान्न उठाया जा रहा है.

नए प्राचार्य को शक हुआ तो की शिकायत

इसके बाद प्राचार्य ने इसकी शिकायत आदिवासी विकास विभाग के अफसरो व कलेक्टर भव्या मित्तल से की. कलेक्टर ने विद्यालय के तत्कालीन प्राचार्य व छात्रावास अधीक्षिका को नोटिस जारी किया. इसमें उन्होंने राशन दुकान से कब से व कितनी मात्रा में राशन सप्लाई हुआ, इसका स्टीमेट व राशि तैयार करने के निर्देश दिए हैं, ताकि जिम्मेदार तत्कालीन प्राचार्य व छात्रावास अधीक्षिका से राशि रिकवरी की जा सके. मामले के अनुसार जुलाई 2023 में जैम पोर्टल के माध्यम से गुजरात के सतनाम केटरिंग को छात्रावास के 436 बच्चों के मध्याह्न भोजन का ठेका आवंटित किया गया.

ये खबरें भी पढ़ें...

इंदौर नगर निगम में अब पोकलेन घोटाला, ट्रेंचिंग ग्राउंड में काम के नाम पर 4 करोड़ 70 लाख की धोखाधड़ी, तीन के खिलाफ केस

दमोह नगरपालिका में करोडों का घोटाला, न फर्म का पता और न काम का, फर्जी बिलों पर कर दिया भुगतान

सरकारी राशन की दुकान से भी उठाया खाद्यान्न

वहीं, छात्रावास अधीक्षिका और प्राचार्य ने लगातार एक साल तक मध्याह्न भोजन के नाम पर शासकीय उचित मुल्य की दुकान से प्रतिमाह 40 क्विंटल गेहूं और 4 क्विंटल चावल का नियमित आवंटन लिया. इसका खुलासा नए प्राचार्या की पदभार संभालने के बाद हुआ. उन्होंने कलेक्टर भव्या मित्तल सहित सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग को इसकी सूचना दी. कलेक्टर ने मामले को तत्काल संज्ञान मे लेकर तत्कालीन प्राचार्य और अधीक्षिका को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा हैं. इस मामले में कलेक्टर भव्या मित्तल का कहना है "जिम्मेदारों से जवाब मांगा गया है."

ABOUT THE AUTHOR

...view details