नई दिल्ली: इंडिया ब्लॉक की कुछ पार्टियों के छात्र संगठनों ने कई प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के खिलाफ बुधवार को जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया. अपने अनूठे प्रदर्शन में कांग्रेस की युवा शाखा, भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) ने विरोध स्थल के पास सिर मुंडवाए और "मोदी विरोधी" नारे लगाए. वामपंथी समर्थित ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA), स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI), ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) के सदस्य, समाजवादी छात्र सभा और कांग्रेस की छात्र शाखा NSUI के साथ मिलकर जंतर-मंतर पर मार्च निकालने के लिए एकत्र हुए.
छात्र समूहों ने बताया कि उनका लक्ष्य राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी को खत्म करने, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे और प्रवेश परीक्षाओं के विकेंद्रीकरण की अपनी मांगों को लेकर संसद तक मार्च निकालना था. लेकिन साइट पर भारी पुलिस तैनाती और बैरिकेडिंग के कारण छात्र मार्च नहीं कर पाए. उन्होंने 5 मई को हुई परीक्षा में शामिल होने वाले सभी उम्मीदवारों के लिए मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET-UG की फिर से परीक्षा कराने की मांग की.
इस बीच पुलिस ने कुछ छात्रों के खिलाफ नए आपराधिक कानूनों के तहत एफआईआर दर्ज की है, जो एनटीए द्वारा आयोजित परीक्षाओं में कथित धांधली के खिलाफ जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं. वाम समर्थित आइसा और दिल्ली विश्वविद्यालय के केवाईएस सहित विभिन्न संगठनों से जुड़े इन छात्रों में से एक दर्जन से अधिक छात्रों को "भारत के खिलाफ एनटीए" के बैनर तले मंगलवार को हिरासत में लिया गया, जब वे अपनी मांगों को लेकर संसद तक मार्च निकालने का प्रयास कर रहे थे.