नई दिल्ली: 5 फरवरी 2025 को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा. जन समर्थन हासिल करने के लिए सभी राजनीतिक दल और निर्दलीय प्रत्याशी जमीनी स्तर पर मजबूती से ताकत झोंकते हुए नजर आ रहे हैं. हालांकि, 8 फरवरी को ही पता चलेगा कि कौन सा प्रत्याशी विधायक पर तब्दील हुआ और किसकी जमानत जब्त हुई. फिलहाल तमाम प्रत्याशी जीत का दावा पेश कर रहे हैं. ऐसे में, फलोदी सट्टा बाजार से अनुमान निकलकर आ रहे हैं चौंकाते हैं.
फलोदी सट्टा बाजार का अनुमान: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर फलोदी सट्टा बाजार के अनुमानों के मुताबिक 2020 और 2015 में दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव की तुलना में यह विधानसभा चुनाव अलग परिणाम देता दिख रहा है. ऐसा फलोदी सट्टा बाजार से निकले अनुमान बता रहे हैं. जो भाव लग रहे हैं उनके हिसाब से कई सीटें ऐसी हैं जिसमें सत्ताधारी पार्टी के उम्मीदवारों को नुकसान उठाना पड़ सकता है. इसके अलावा, सट्टा बाजार के अनुमान के मुताबिक, दो पार्टियों के बीच ही मुकाबला अहम है. तीसरी पार्टी अपना प्रदर्शन रिपीट करेगी.
वीआईपी और हॉट सीटों पर अनुमान: फलोदी सट्टा बाजार में वीआईपी और हॉट सीटों पर जमकर भाव लग रहे हैं. इन सीटों में नई दिल्ली, कालकाजी, बाबरपुर, पटपड़गंज शामिल हैं. बता दें कि सट्टा बाजार की भाषा में जिस उम्मीदवार के भाव कम होते हैं, उसकी जीत की संभावना अधिक हो जाती है. सबसे वीआईपी सीट नई दिल्ली मानी जा रही है. इस पर केजरीवाल का भाव कम है यानि उनकी जीत के अनुमान लगाए जा रहे हैं.
सत्ताधारी पार्टी के सामने मजबूत प्रतिद्वंदी पार्टी को फलोदी सट्टा बाजार में अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. कालकाजी और जंगपुरा विधानसभा सीट को लेकर भी चर्चा है. सट्टा बाजार में खबरें है कि दोनों सीटों पर टफ फ़ाइट के बावजूद पुराने जीते उम्मीदवार फिर से जीत हासिल कर सकते हैं. फलोदी सट्टा बाजार से यह भी अनुमान निकला है कि एक बार फिर से सरकार रिपीट हो सकती है. बड़ी प्रतिद्वंदी पार्टी को कड़ी टक्कर देगी.
(डिस्क्लेमर: फलोदी सट्टा बाजार के आंकड़े सिर्फ अनुमान पर आधारित होते हैं. ईटीवी भारत इन आकंड़ों की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. ईटीवी भारत किसी भी प्रकार सट्टा बाजार का समर्थन नहीं करता है. )