नई दिल्ली:नई दिल्ली के लोगों को जल्द पीने के पानी की 24 घंटे आपूर्ति होने लगेगी. नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने यह जानकारी दी. कुलजीत चहल ने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि हर व्यक्ति को स्वच्छ पीने का पानी मिले, और इस दिशा में हमने पहले ही बहुत प्रगति कर ली है. अब हम इसे और आगे बढ़ा रहे हैं, और एनडीएमसी के इलाके की जनता को 24 घंटे, सातों दिन पीने का पानी मिले, इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं. हम इसे एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू कर रहे हैं. हमने पूरे इलाके का होमवर्क कर लिया है.
बढ़ाया गया बजट
पहले इस परियोजना के लिए बजट 1.8 करोड़ रुपये था, जिसे अब बढ़ाकर तीन करोड़ कर दिया गया है. प्रधानमंत्री के विकसित भारत के संकल्प को ध्यान में रखते हुए, हमें एनडीएमसी क्षेत्र की पुरानी पाइपलाइन को बदलना होगा, नई पाइपलाइन डालनी होगी, पंप हाउस स्थापित करने होंगे और पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारना होगा. इसके लिए हमने बजट आवंटन कर लिया है और भारत सरकार से भी हमें वित्तीय सहायता मिल रही है.
NDMC उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने कहा, हर व्यक्ति को स्वच्छ पीने का पानी मिलेगा (ETV Bharat)
एनडीएमसी उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह योजना विनय मार्ग क्षेत्र में शुरू की जाएगी. इस परियोजना के लिए तकनीकी अध्ययन और हाइड्रोलिक मॉडलिंग के आधार पर 1.80 करोड़ का प्रारंभिक बजट स्वीकृत किया गया है. इस परियोजना के तहत उच्च दबाव वाली आधुनिक पाइप लाइनों का उपयोग किया जाएगा, जो आसानी से नहीं टूटेगी. पाइपलाइनों में स्वचालित वॉल्व लगाए जाएंगे, जो जल आपूर्ति को नियंत्रित करेंगे और पानी की बर्बादी को रोकेंगे. उन्होंने बताया कि योजना का पहला चरण यदि सफल रहा तो इसे अन्य क्षेत्रोें में भी लागू किया जाएगा. इस योजना के लागू होने से पानी का भंडारण करने की जरूरत खत्म हो जाएगी. साथ ही पानी की बर्बादी भी रुकेगी.
जल वितरण प्रणाली का बेहतर संतुलन
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "एनडीएमसी ने विनय मार्ग क्षेत्र में 24x7 जलापूर्ति परियोजना के चरण 1 की शुरुआत की है. इस पायलट प्रोजेक्ट का उद्देश्य मौजूदा जल पाइपलाइन ग्रिड नेटवर्क का उपयोग करके चौबीसों घंटे निरंतर फ़िल्टर्ड पानी की आपूर्ति प्रदान करना है. एनडीएमसी के अधिकारियों ने कहा कि इस परियोजना में रिसाव को कम करने के लिए पुरानी पाइपों को बदलना, जल वितरण प्रणाली को बेहतर ढंग से संतुलित करने के लिए अतिरिक्त पाइपों की स्थापना, अधिकतम प्रवाह के लिए पंप, सहायक उपकरण और पैनल जोड़ना शामिल होगा.