नर्मदापुरम: जिले में सरकारी सिस्टम ने एक जिंदा युवक को 4 साल पहले मृत घोषित कर दिया था. इतना ही नहीं उसके नाम से सरकारी योजना के पैसे भी निकाल लिए गए थे. कुछ दिन पहले पता चला कि युवक की मौत कागजों में करीब 4 साल पहले हो गई थी. अब युवक खुद को जिंदा साबित करने के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहा है. जब उसका बेटा पैदा हुआ तो वह संबल योजना का लाभ लेने के लिए कम्प्यूटर की दुकान पर गया. इसके बाद दुकान वाले ने बताया कि उसकी मौत कागजों पर 4 साल पहले हो चुकी है. मंगलवार को युवक ने कलेक्टर कार्यालय एवं एसपी ऑफिस में शिकायत की है.
मुझे सचिव और सरपंच ने किया मृत घोषित
माखन नगर के बागलखेड़ी के रहने वाले पीड़ित नरेश अहिरवार ने कहा, "मुझे सचिव और सरपंच ने संबल योजना में मृत घोषित कर दिया है. मैं इधर-उधर भटक रहा हूं ताकि मुझे कागजों में जीवित किया जाए. कंप्यूटर दुकान वाले ने बताया कि आपकी 4 साल पहले मौत हो चुकी है. मैंने इसकी शिकायत कलेक्टर ऑफिस, जिला पंचायत और एसपी ऑफिस में की है."