नालंदा:जिले के परवलपुर थाना में उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई, जब दो महिला एक पति और 2 बच्चों पर अपना हक जताते हाईवोल्टेज ड्रामा करने लगी. महिला थानाध्यक्ष पप्पू कुमार से पति और बच्चों को साथ रखने की गुहार लगाने लगी. दोनों पत्नियां पति पर अपना अपना अधिकार जमा रही थी. इसको लेकर खूब हंगामा भी हुआ.
नालंदा में पति को लेकर हंगामा:बता दें कि परवलपुर थाना क्षेत्र के मई गांव निवासी प्रमिला देवी 4 बच्चों और पति उमेश पाल के साथ 1 साल से रह रही थी. गुरुवार को अचानक एक महिलाउषा देवी जो यूपी के एटा की रहने वाली उसके घर पहुंच गई. प्रमिला देवी के पति उमेश पाल को अपना पति और उसके दो बच्चों को अपना बच्चा बताते हुए उन्हें ले जाने की कोशिश करने लगी.
"मैं एटा की हूं. मेरे बच्चों ने फोन करके बताया कि उसके पापा और सौतेली मां दोनों को टॉर्चर कर रहे हैं. मैं दोनों को लेने आई हूं. मनमुटाव हो गया था उसके बाद पंचायत हुई तो मेरे पति (उमेश पाल) मुझे छोड़कर चले गए. मैंने मुकदमा भी किया था. मेरे पति ने अपनी भाभी के साथ कोर्ट मैरिज कर ली है. मेरा पति और मेरा बच्चा मुझे वापस चाहिए. उसे मैं किसी भी हाल में बिहार में रहने नहीं दूंगी."- उषा देवी, उमेश पाल की पहली पत्नी
यूपी की महिला ने ठोका दावा: इस दौरान उमेश पाल की दोनों पत्नियों के बीच घंटों हाईवोल्टेज ड्रामा चला, जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस सभी को थाना ले आई, जहां यूपी के एटा की रहने वाली उषा देवी ने थानाध्यक्ष से गुहार लगाते हुए कहा कि उसके पति और दो बच्चों को मई निवासी प्रमिला देवी बहला फुसला कर अपने साथ ले आई है.
"वो मेरा पति है. पहले पति को मैंने छोड़ दिया. पांच साल पहले प्रमिला अपने पति को छोड़कर चली गई थी. अपने दोनों बच्चों को भी छोड़ गई थी. उसके बाद उमेश ने कहा कि दो बच्चे तुम्हारे हैं और दो मेरे, शादी कर लो चारों को खिलाएंगे. नंदोसी से मैंने शादी की है और डेढ़ साल से साथ हैं. आज आकर बच्चों और पति को वापस ले जाना चाहती है. पांच साल से कहां थी? मैं उनको वापस क्यों दूं?"-प्रमिला देवी,उमेश पाल की दूसरी पत्नी