नालंदा:नालंदा के हिलसा अनुमंडल के पश्चिमी क्षेत्र से गुजरने वाली लोकाइन नदी का तटबंध टूट गया है. इससे आसपास के 12 से अधिक गांव में बाढ़ का पानी फैल गया. लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है. शनिवार की रात करीब 3 बजे तटबंध टूटने की बात कही जा रही है. अधिकारी कैंप कर रहे हैं. प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. जिलाधिकारी शशांक शुभंकर भी क्षतिग्रस्त हुए तटबंध का निरीक्षण किए हैं.
तटबंध में 50 फीट दरार: लोकाइन नदी, जो फल्गु नदी की एक सहायक नदी है, एकंगरसराय, हिलसा और करायपरसुराय प्रखंडों से होकर गुजरती है. नदी के उफान ने जिले के पश्चिमी इलाके में तबाही मचा दी है. हिलसा प्रखंड के धुरी बीघा गांव के पास तटबंध में करीब 20 फीट का दरार पड़ गई है. जिससे आसपास के कई गांवों में पानी घुस गया है.
100 एकड़ से अधिक फसल जलमग्न: नदी के तेज बहाव ने कई जगहों पर तटबंध को नुकसान पहुंचाया है. धुरी बीघा, फुलवरिया, छियासठ बीघा, मुरलीगढ़, सोहरापुर, कुसेता और राढ़ील छिलका के पश्चिमी खेतों में पानी प्रवेश कर गया है. मुसाढ़ी गांव के पास भी तटबंध टूट गया है, जिससे करीब 100 एकड़ से अधिक फसल जलमग्न हो गई है. बेलदारी बीगहा गांव की स्थिति और भी गंभीर है, जहां लगभग 40 घर पानी से घिर चुके हैं.
"झारखंड में भारी बारिश के बाद लोकाइन नदी उफान से चार तटबंध टूट गये हैं. इससे आसपास के 12 गांवों में नदी का पानी घुसने लगा है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. जिला प्रशासन की टीम कैंप रही है. एसडीआरएफ की टीम को भी तैनात किया गया है."-शशांक शुभंकर, डीएम, नालंदा
प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया: प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है. राहत शिविर स्थापित किए जा रहे हैं और मेडिकल टीमों को भी मौके पर बुलाया गया है. जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. एसडीआरएफ की टीम को भी तैनात किया गया है. हालांकि, पानी के बहाव में थोड़ी कमी आई है, लेकिन अधिकारियों का मानना है कि अगर पड़ोसी राज्य या जिले में फिर से बारिश होती है, तो स्थिति और बिगड़ सकती है.