पटना: विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश सहनी के महागठबंधन के साथ जाने के फैसले से उनकी पार्टी में भगदड़ मच गई है. मुकेश सहनी के फैसले से नाराज वीआईपी के अनेक वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ मछुआरा समाज से आने वाले कांग्रेस एवं राजद के कई नेताओं ने भी रविवार को एक साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की और उनकी नीतियों एवं कार्यों में आस्था व्यक्त करते हुए जदयू की सदस्यता ग्रहण की.
महागठबंधन में गए सहनी तो वीआईपी में भगदड़: इस मौके पर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव सह राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा और बिहार सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री से मुलाकात कर जदयू की सदस्यता ग्रहण करने वालों में वीआईपी के प्रदेश महासचिव अमरेंद्र सिंह मुन्ना, पार्टी के कटिहार जिलाध्यक्ष सुनील चौधरी निषाद, भागलपुर जिला सचिव शिव सिंह निषाद, युवा वीआईपी के प्रदेश महासचिव शैलेंद्र सिंह निषाद, मछुआरा कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुंदर सहनी, मुजफ्फरपुर के कांग्रेस नेता प्रिंस कुमार चौधरी, वैशाली के राजद नेता गरीबन सहनी आदि शामिल हैं.
वीआईपी के कई नेताओं ने छोड़ी पार्टी: जदयू में लगातार दूसरे दल के नेता शामिल हो रहे हैं. राजद के पूर्व राज्यसभा सांसद, विधायक और वरिष्ठ नेता शामिल हो रहे हैं. वहीं मुकेश सहनी के महागठबंधन में शामिल होने के बाद बगावत भी तेज हो गई है. कई नेता मुकेश सहनी का साथ छोड़ कर जेडीयू ज्वाइन कर रहे हैं. मुकेश सहनी और तेजस्वी यादव एक साथ ही हेलिकॉप्टर से प्रचार करने जा रहे हैं. हाल ही में उनका मछली और संतरा खाने का वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद सियासत कई डिग्री मोड़ ले चुकी है.
चुनाव से पहले दल बदलने का खेल : बता दें कि बिहार में लोकसभा का चुनाव सात चरणों में हो रहे हैं. पहला चरण 19 अप्रैल को होगा जबकि आखिरी चरण 1 जून को और नतीजे 4 जून को आएंगे. चुनाव से पहले ही दलों में पार्टी बदलने का खेल जारी है. लगभग सभी दलों में लोग टिकट नहीं मिलने या किसी अन्य कारणों से दल को छोड़ रहे हैं. इसी क्रम में लोग वीआईपी से भी रूठ कर इस्तीफा दे रहे हैं. अपने इस्तीफे में वजह भी लिख रहे हैं.