पटना: बिहार में आरक्षण के मुद्दे पर सियासी बयानबाजी जारी है. भाजपा द्वारा मंडल कमीशन को रोक कर रखने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराने पर मुकेश सहनी ने सवाल उठाया था कि "आप 10 साल से ताली बजा रहे थे क्या". मुकेश सहनी के इस बयान पर काफी बवाल मचा हुआ है. इसके बाद बुधवार 1 मई को मुकेश सहनी ने अपने बयान पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंचा है तो इसको लेकर हम खेद प्रकट कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कोई आपत्तिजनक बयान नहीं दिया था.
"हमने आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा किया था. मंडल कमीशन को अगर पूरी तरह से लागू नहीं किया गया है तो उसमें दोषी भारतीय जनता पार्टी के भी लोग हैं. भाजपा की भी सरकार कई सालों से सत्ता में रही. मंडल कमीशन की जो सिफारिश थी उसको पूरी तरह से क्यों नहीं लागू किया. हमने कहा था कि ये लोग सत्ता में रहकर क्या ताली बजा रहे थे, इन लोगों को नहीं चाहिए था कि मंडल कमीशन के सभी सिफारिश को लागू करें."- मुकेश सहनी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, वीआईपी
आरक्षण के मुद्दे पर बोलते रहेंगेः मुकेश सहनी ने कहा कि आरक्षण को लेकर बार-बार कांग्रेस को टारगेट करते हैं. लेकिन कांग्रेस पार्टी ही सत्ता में जब थी तो जितने तरह का आरक्षण लागू हुआ. सब कांग्रेस ने ही किया इसी मुद्दे पर हमने बयान दिया था. मुकेश साहनी ने यह भी कहा कि आज भी हम अपने बयान पर कायम हैं. आरक्षण के मुद्दे पर हम बोलते रहेंगे. बता दें कि सोमवार 29 अप्रैल को मुकेश साहनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अपशब्द कहा था. आज मुकेश सहनी यह कहते नजर आए कि हमने कुछ ऐसा नहीं कहा. लेकिन अगर हमारे बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो हम खेद प्रकट कर रहे हैं.