मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

सरकारी राशन दुकान के नमक में रेत और कंकड़, जांच के बाद छिंदवाड़ा के खाद्य अधिकारी हैरान - CHHINDWARA STONE MIX SALT

सरकारी राशन की दुकान में मिलने वाले नमक में मिलावट. शिकायत के बाद खाद्य अधिकारी ने सैंपल जांच के लिए भेजे लैब.

CHHINDWARA STONE MIX SALT
छिंदवाड़ा में सरकारी राशन दुकानों में मिलने वाले नमक में निकल रहे पत्थर (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 12, 2024, 4:05 PM IST

छिंदवाड़ा: गरीबों की थाली में नमक के साथ कंकड़ भी परोसा जा रहा है. मामला छिंदवाड़ा जिले का है जहां पर सरकारी राशन की दुकान में मिलने वाले नमक में रेत और कंकड़ निकल रहे हैं. यह बात खुद खाद्य अधिकारी ने अपनी जांच में पाया है. इसे जांच के लिए लैब में भेजा गया है.

'नमक में रेत मिलने की शिकायत'

छिंदवाड़ा के वार्ड नंबर 40 में रहने वाले सुखलाल बघेल ने खाद्य विभाग में नमक में मिलावट की शिकायत की थी. सुखलाल बघेल सरकारी राशन दुकान से नमक लाए थे. एक रुपये किलो में यह नमक मिलता है. अंत्योदय योजना के तहत सरकार गरीबों को मुफ्त में बांटती है. अनाज के साथ मिलने वाले इस नमक को जब सुखलाल बघेल ने अपने घर लेकर गए और खाने में डाला तो उसमें रेत निकली. इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत की.

जांच के बाद छिंदवाड़ा के खाद्य अधिकारी ने सैंपल जांच के लिए भेजे (ETV Bharat)

अधिकारियों ने कहा जांच में निकले पत्थर

कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि "शिकायतकर्ता के द्वारा ऑफिस में नमक बुलाकर जांच की गई थी, जिसमें प्रारंभिक तौर पर नमक में कुछ कंकड़ और रेत के कण पाए गए हैं. इस जांच को वरिष्ठ अधिकारियों को सौंप दिया गया है और लैब में जांच के लिए भेजा गया है. इसका पंचनामा बनाकर नागरिक आपूर्ति निगम के डीएम को भेज दिया गया है. उन्होंने लैब से जांच कराने की बात कही है."

मध्य प्रदेश शासन कर रहा वन्या नमक की सप्लाई (ETV Bharat)

2006 से राशन दुकानों में बांटा जा रहा वन्या नमक

गरीबों के खाने में भी पर्याप्त आयोडीन की मात्रा हो, इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार साल 2006 से वन्या नमक की सप्लाई कर रही है. राशन दुकानों से 1 रुपये में 1 किलो का 1 पैकेट प्रत्येक परिवार को मिलता है. अंत्योदय योजना के तहत गरीबों को यह मुफ्त में दिया जाता है. यूनिसेफ के माध्यम से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार साल 1998-99 में आयोडीन युक्त नमक मध्यप्रदेश में केवल 57 प्रतिशत आबादी पर तथा 2005-06 में घटकर 32 प्रतिशत आबादी द्वारा ही उपयोग किया जा रहा था. आयोडीन की इस आवश्यकता को ध्यान रखते हुए सरकार ने विशेष कर आदिवासी क्षेत्रों में प्रत्येक परिवार को आयोडीन युक्त नमक उपलब्ध कराने का निर्णय लिया था.

ABOUT THE AUTHOR

...view details