गुरुग्राम: रेस्टोरेंट में कथित माउथ फ्रेशनर खाने से 5 लोगों की तबीयत बिगड़ने के मामले में पुलिस ने रेस्टोरेंट के मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है. मैनेजर गगनदीप सिंह दिल्ली के कीर्ति नगर का रहने वाला बताया जा रहा है. जिससे पुलिस की पूछताछ जारी है. गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है. जिन लोगों की इसमें संलिप्तता पाई जाएगी. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
ड्राई आइस से खराब हुई तबीयत: पांचों लोगों का इलाज करने वाले डॉक्टर ने बताया कि इन्होंने माउथ फ्रेशनर की जगह ड्राई आइस खाई थी. जिसकी वजह से उनकी ये हालत हुई है. गुरुग्राम जिला फूड सेफ्टी ऑफिसर रमेश चौहान के मुताबिक पांचों लोगों को जो ड्राई आइस दी गई थी. उसको डीजे पर धुआं उड़ाने में भी इस्तेमाल किया जाता है.
क्या है ड्राई आइस? ड्राई आइस कार्बन डाइऑक्साइड का ठोस रूप होता है. इसका इस्तेमाल चीजों को ठंडा रखने के लिए किया जाता है. डॉक्टरों के मुताबिक, ड्राई आइस में कार्बन डाइऑक्साइड गैस होती है. ये ज्यादा खतरनाक नहीं होती. ये काफी ठंडी होती है. जिसका सेवन करने से शरीर की कोशिकाएं मरने लगती हैं. इसलिए इसे सीधा छूने से मना किया जाता है.
कैसे बनती है ड्राई आइस? ड्राई आइस को बनाने के लिए कार्बन डाइऑक्साइड को माइनस 109 डिग्री Fahrenheit तक ठंडा कर कंप्रेस किया जाता है. जिससे ये गैस बर्फ बन जाती है. इसके बाद इसे छोटे-बड़े टुकड़ों में कन्वर्ट कर दिया जाता है. इसके छोटे टुकड़े मिश्री की तरह दिखते हैं. इस बर्फ का इस्तेमाल चीजों को ज्यादा देर तक ठंडा रखने के लिए किया जाता है.