रांची: जेएसएससी सीजीएल परीक्षा की सीबीआई जांच की मांग तेज हो गई है. इस परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर आहूत हजारीबाग बंद के दौरान मंगलवार को जेएसएससी सीजीएल अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज की गूंज विधानसभा तक पहुंच गई है. बुधवार को आजसू विधायक निर्मल महतो उर्फ तिवारी महतो सदन के बाहर हाथ में तख्ती लेकर धरने पर बैठे नजर आए. तिवारी महतो इस परीक्षा को रद्द करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे.
इस बीच आजसू विधायक के बाद भाजपा विधायक पूर्णिमा दास ने भी इस परीक्षा का रिजल्ट जारी करने पर आपत्ति जताई है और मुख्यमंत्री से इसकी सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से इस परीक्षा में अनियमितता की शिकायतें आई हैं, उससे साफ है कि इसकी जांच होनी चाहिए और दोषी लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
छात्र आंदोलन के जरिए विधानसभा पहुंचने में सफल रहे जयराम महतो ने कहा कि सरकार को अभ्यर्थियों से बात करनी चाहिए थी. मैंने सरकार को चेताया था और हजारीबाग में सड़क पर बैठे अभ्यर्थियों से बात करने को कहा था, लेकिन सरकार ने एक न सुनी और लाठीचार्ज में छात्र घायल हो गए. अभी भी समय है, सरकार छात्र हित में फैसला ले, नहीं तो आंदोलन तेज होगा.
15 को राजभवन के पास जुटेंगे हजारों छात्र
जेएसएससी सीजीएल परीक्षा एक बार फिर विवादों में है. परीक्षा के दौरान गड़बड़ी का आरोप लगाने वाले छात्रों का गुस्सा रिजल्ट जारी होने के बाद और तेज हो गया है. यही वजह है कि हजारीबाग बंद के बाद छात्रों ने 15 दिसंबर को राजधानी रांची में राजभवन के पास धरना देने का फैसला किया है, जिसमें राज्य भर से हजारों छात्र जुटेंगे.