नई दिल्ली: दिल्ली मेयर महेश कुमार ने कचरा संवेदनशील बिंदुओं (जीवीपी) को खत्म करने के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रगति जानने के लिए सभी 12 जोन के उपायुक्तों के साथ साप्ताहिक समीक्षा बैठक की. इसमें आप विधायक दुर्गेश पाठक, डिप्टी मेयर, रवीन्द्र भारद्वाज, उपायुक्तों, सफाई अधीक्षकों और एजेंसी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. इस दौरान क्षेत्रवार एक-एक जीवीपी बिन्दु की स्थिति और जीवीपी खत्म करने में आ रही चुनौतियों एवं संभावित समाधान पर भी चर्चा की गई.
अधिकारियों को सख्त निर्देश: मेयर महेश कुमार ने जीवीपी बिंदुओं की दो बार दैनिक निगरानी की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि उनका उन्मूलन सुनिश्चित किया जा सके. बैठक के दौरान, उन्होंने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि प्रतिदिन सुबह शाम जीवीपी की सफाई के बाद फोटो उनके साथ साझा की जाए. मेयर ने जीवीपी से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की और संबंधित अधिकारियों से प्रगति रिपोर्ट भी प्राप्त की.
कचरा फेंकने पर चालान:बैठक के दौरान मेयर ने उपायुक्तों को हटाए गए जीवीपी का सौंदर्यीकरण करने, वहां कूड़ादान लगाने और क्षेत्र को शीट से बंद करने का निर्देश दिया. उन्होंने जीवीपी पर साइनेज लगाने का भी निर्देश दिया कि इन बिंदुओं पर कचरा फेंकने पर चालान जारी किया जाए. मेयर ने कहा कि निगरानी, ईमानदार प्रयास और नागरिक सहभागिता से ही जीवीपी बिंदुओं को खत्म किया जा सकता है.
दिल्ली को स्वच्छ व सुन्दर बनाना सबकी जिम्मेदारी:मेयर महेश कुमार ने कहा कि यह बैठक दिल्ली को साफ करने की एक व्यापक पहल का हिस्सा है, जिसके तहत प्रत्येक जोन में चिह्नित जीवीपी को खत्म किया जा रहा है. हमने प्रत्येक वार्ड को अच्छी तरह से साफ करने का संकल्प लिया है, जिससे दिल्ली के निवासियों के लिए स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित हो सके. जीवीपी से निपटने के जरिए, दिल्ली नगर निगम का लक्ष्य खुले स्थानों पर कचरा फेंकने से रोकना है और सफाई बनाए रखने के लिए उस स्थान का सौंदर्यकरण करना है. नागरिकों के सहयोग से ही हम दिल्ली को स्वच्छ एवं सुन्दर शहर बनाने के संकल्प को जरूर हासिल करेंगे.
यह भी पढ़ेंः