वैशाली:बिहार के वैशाली के हाजीपुर का कोनहारा घाट धार्मिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है. गंगा और गंडक का संगम स्थल होने के कारण यहां का श्मशान भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐतिहासिक कोनहारा घाट पर इस बार विशेष तौर पर श्मशान होली का आयोजन किया गया. जहां शवों को जलाया जाता है, वहीं पर लड़कियों की चिता बनाकर उसपर भूत बेताल के भेष में स्थानीय तांत्रिक मौजूद थे.
घाट पर गंगा आरती का आयोजन: वहीं यहां देर शाम एक तरफ चिता बना कर उसपर बने भूत बेताल बैठे तो दूसरी तरफ घाट किनारे आधे दर्जन से ज्यादा आचार्य ने गंगा आरती का आयोजन किया. कार्यक्रम की शुरुआत आचार्य के द्वारा शंखनाद से की गई. एक साथ आधे दर्जन शंख बजाए गए, जिसकी ध्वनि श्मशान से लेकर काफी दूर तक गूंजती रही. वहीं कोनहारा घाट पर आयोजित किए गए इस खास होली महोत्सव में शामिल होने बड़ी संख्या में लोग आए थे.
श्मशान होली में महिलाएं भी शामिल:वैसे तो यहां स्त्रियों का आना वर्जित माना जाता है, लेकिन इस खास मौके पर बड़ी संख्या में शमशान घाट पर महिलाएं और बच्चे भी शामिल हुए. श्मशान में मौजूद माता तारा मंदिर के मुख्य पुजारी चरणामृत कुमार ने बताया कि यहां पूरा इलाका मां आदि शक्ति मां तारा का माना जाता है.