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साल 2023 की आपदा में ढह गया था शहीद जवान का घर, किराये के मकान में रहने को मजबूर है परिवार - MARTYR JAWAN RAKESH KUMAR

शहीद जवान राकेश कुमार का घर साल 2023 की आपदा में क्षतिग्रस्त हुआ था. जवान जनवरी में नए घर का काम शुरू करने वाला था.

शहीद जवान राकेश कुमार का घर
शहीद जवान राकेश कुमार का घर (फाइल फोटो)

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Nov 11, 2024, 4:05 PM IST

Updated : Nov 11, 2024, 4:29 PM IST

मंडी: जम्मू-कश्मीर के कितश्वाड़ में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए मंडी जिला के बल्ह उपमंडल के तहत आने वाली ग्राम पंचायत छम्यार के बरनोग गांव के 42 वर्षीय राकेश कुमार की शहादत के बाद पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है. शहीद जवान के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

शहीद राकेश कुमार और उसके भाई का 10 कमरों का मकान साल 2023 की प्राकृतिक आपदा में पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था. मौजूदा समय में शहीद राकेश कुमार का भाई अपने पुराने मकान में तो राकेश कुमार का परिवार बैहना में किराये के मकान में रह रहा है.

आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुआ जवान राकेश कुमार (ETV Bharat)

राकेश कुमार के भाई कर्म सिंह ठाकुर ने बताया "उनका भाई अभी डेढ़ महीना पहले ही छुट्टियां काटकर वापस अपनी ड्यूटी पर गया था और दिसंबर में फिर घर आकर जनवरी में नए घर का निर्माण कार्य शुरू करने का वादा करके गया था."शहीद राकेश कुमार का नये घर को बनाने का सपना अधूरा ही रह गया और वह देश की रक्षा करते हुए शहादत का जाम पी गया. अब ये सारी जिम्मेवारियां परिवार के ऊपर आ गई हैं.

शहीद राकेश कुमार अपने पीछे 90 वर्षीय बुजुर्ग मां भत्ती देवी, 33 वर्षीय पत्नी भानुप्रिया, 12 वर्षीय बेटी यशस्वी ठाकुर और 7 वर्षीय बेटे प्रणव ठाकुर को छोड़ गया है. ग्राम पंचायत छम्यार के उप-प्रधान रेलू राम ने सरकार और प्रशासन से मांग उठाई है कि शहीद के परिजनों को जल्द से जल्द घर की सुविधा मुहैया करवाई जाए.

सेना की तरफ से जम्मू-कश्मीर में सभी औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है जिसके बाद ही शहीद राकेश कुमार की पार्थिव देह को मंडी भेजा जाएगा. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक शहीद की पार्थिव देह हेलिकॉप्टर के माध्यम से मंडी लाई जाएगी और उसके बाद सड़क मार्ग से पैतृक गांव तक पहुंचाई जाएगी.

ऐसा बताया जा रहा है कि यदि पार्थिव देह आज देरी से मंडी पहुंची तो फिर अंतिम संस्कार कल ही किया जाएगा. मामले को लेकर उपमंडल अधिकारी बल्ह स्मृतिका नेगी ने कहा कि यह मकान पूरी तरह से डैमेज नहीं था. मामले में पीड़ित परिवार को 1 लाख रुपये की सहायता मुहैया करवाई गई है.

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Last Updated : Nov 11, 2024, 4:29 PM IST

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