पटना : बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में फिर से बनी एनडीए की सरकार के बाद एनडीए के कई नेताओं का किस्मत खुलने वाली है. क्योंकि इन्हें मंत्रिमंडल से लेकर लोकसभा चुनाव और विधान परिषद के चुनाव के अलावा बोर्ड निगम में भी जगह मिलेगी. ऐसे में आने वाला कुछ दिन एनडीए नेताओं के लिए महत्वपूर्ण होने वाला है.
चमकने वाली है एनडीए नेताओं की किस्मत : भाजपा, जदयू और एनडीए के घटक दलों के चार दर्जन नेताओं से अधिक की किस्मत खुलने वाली है. फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष के रूप में बीजेपी के नंदकिशोर यादव को, विधानसभा के उपाध्यक्ष के रूप में जदयू के नरेंद्र नारायण यादव को, राज्यसभा की तीन सीट पर जदयू से संजय झा को, बीजेपी से भीम सिंह और धर्मशिला गुप्ता को और 8 मंत्रियों बीजेपी से सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, प्रेम कुमार, जदयू से बिजेंद्र यादव, विजय कुमार चौधरी, श्रवण कुमार, हम से संतोष सुमन और निर्दलीय सुमित कुमार सिंह की किस्मत खुली है.
अभी केवल 8 मंत्रियों ने ही शपथ ली है : बिहार में 243 विधायकों के हिसाब से 35 मंत्री बनाये जा सकते हैं. ऐसे में 26 मंत्री और नीतीश सरकार बना सकती है. विधानसभा और विधान परिषद में सत्ता दल के मुख्य सचेतक और उप सचेतक मनाया जाना है. चार नेताओं को मौका मिलेगा, इसके साथ 11 विधान परिषद के सीटों पर मार्च में चुनाव होना है. 6 सीट एनडीए को मिलेगी. एनडीए की तरफ से कुछ को रिपीट किया जा सकता है, लेकिन कुछ नए लोगों को भी मौका मिलेगा.
इन पदों पर भी नजर: साथ ही विधान परिषद के उपाध्यक्ष अभी आरजेडी कोटे से हैं. रामचंद्र पूर्वे का भी कार्यकाल समाप्त हो रहा है. तो एक उपाध्यक्ष बनाने का भी मौका मिलेगा. यदि सभापति देवेश चंद ठाकुर सीतामढ़ी से चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें इस्तीफा देना होगा तो सभापति बनने का भी मौका मिल सकता है. बीजेपी में प्रदेश अध्यक्ष फिलहाल सम्राट चौधरी हैं, लेकिन जल्द ही नए प्रदेश अध्यक्ष का चयन होना है, तो बीजेपी से एक नेता को इस पद पर मौका मिल सकता है.