कुल्लू:हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला का मलाणा गांव आपदा के 4 माह बाद भी संकट से जूझ रहा है. यहां पर सड़क का टूटा हुआ हिस्सा अभी तक ठीक नहीं हुआ है. जिसके चलते ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां पर लोगों को मजबूरन महंगे दामों पर सामान खरीदना पड़ रहा है. आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुए मलाणा गांव में ग्रामीणों को आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
आपदा के 4 महीने बाद भी लोग परेशान
मलाणा पावर प्रोजेक्ट के डैम टूटने के बाद क्षतिग्रस्त हुआ रास्ता 4 महीने बीत जाने के बाद भी नहीं बनाया जा सका है. जिसके चलते ग्रामीणों को खासकर बीमार लोगों को कुल्लू पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. वहीं गांव में राशन की भी किल्लत देखने को मिल रही है. हालांकि गांव जाने के लिए एक झूला पुल लगाया गया है, लेकिन उसका भी किराया मनमाने तरीके से वसूला जा रहा है. इसके अलावा जब भी ग्रामीणों द्वारा इस पुल पर सामान ढोया जा रहा है तो उन्हें दोगुने दाम देने पड़ रहे हैं.
डीसी कुल्लू से मिलने पहुंचे मलाणा के ग्रामीण
इन्हीं समस्याओं को लेकर आज ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल डीसी कुल्लू तोरुल एस रवीश से मिलने पहुंचा. ग्रामीणों ने डीसी कुल्लू से ये मांग रखी की जल्द से जल्द मलाणा में सड़क मरम्मत का काम शुरू किया जाए, ताकि सर्दियों के मौसम में ग्रामीणों को और ज्यादा परेशानियों का सामना न करना पड़े. मलाणा गांव के पूर्व प्रधान भागी राम ने कहा, "मलाणा गांव के रास्ते में 150 से ज्यादा गाड़ियां फंसी हुई है. जिन्हें निकाला नहीं जा सकता है और गाड़ियों के मालिकों को भी गाड़ियों की किस्त भरने में मुश्किल आ रही है. जल्द से जल्द यहां के रास्तों को ठीक किया जाए, ताकि गाड़ियों को यहां से निकाला जा सके."