कोटा.प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य रहे हैं. उन्होंने 34 साल पहले कार सेवा में भाग लिया था, तब प्रण लिया था कि वह राम मंदिर नहीं बनने तक अपने गले में माला नहीं पहनेंगे. ऐसे में छह बार विधायक और तीन बार मंत्री बनने के बाद भी वह गले में माला नहीं पहनते थे. आज दिलावर का प्रण पूरा हुआ और उन्होंने 108 फीट लंबी माला पहनी, जिसका वजन भी 34 किलो था. माला कार्यकर्ताओं ने उन्हें पहनाई. हालांकि, मदन दिलावर ने इसके बाद एक प्रण दोबारा ले लिया, जिसमें श्री राम कृष्ण जन्म भूमि पर भगवान कृष्ण का मंदिर नहीं बनने तक अब वो एक समय ही भोजन करेंगे. दिलावर का कहना है कि वह अपने प्रण के पक्के रहे हैं अब यह प्रण भी वे लगातार जारी रखेंगे.
राम मंदिर के प्रण पूरा होने पर मदन दिलावर ने पहनी 108 फीट की माला, कृष्ण मंदिर नहीं बनने तक लिया एक समय खाना खाने का प्रण - Madan Dilawar vow fulfilled
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य रहे हैं. राम मंदिर के कार सेवक हैं और भगवान श्रीराम के बड़े अनुयाई भी हैं. दिलावर ने 34 साल पहले कारसेवा में भाग लिया था, तब प्रण लिया था कि जब तक राम राम मंदिर नहीं बनेगा तब तक अपने गले में माला नहीं पहनेंगे. ऐसे में छह बार विधायक और तीन बार मंत्री बनने के बाद भी वह माला नहीं पहनते थे. आज उनका प्रण पूरा हुआ राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के बाद गले में माला डाली.
Published : Jan 22, 2024, 5:13 PM IST
|Updated : Jan 23, 2024, 3:32 PM IST
मंडाना भाजपा मंडल के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने 34 किलो की यह माला पहले श्री राम मंदिर में चढ़ाई फिर शिक्षा मंत्री दिलावर को आशीर्वाद स्वरूप पहनाई गई. इस मौके पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कारसेवा के अपने संस्मरण सुनाएं. साथ ही, कहा कि अब श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा पर भगवान श्री कृष्ण का मंदिर नहीं बन जाता है, तब तक तक प्रतिदिन केवल एक समय ही भोजन करेंगे. उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया. दिलावर ने महिला संतोष भाई के घर पर भोजन किया था, उसे 51000 की आर्थिक मदद और साड़ी भेंट की.
दूसरी तरफ राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर दिलावर रामगंज मंडी में मौजूद रहे और उन्होंने जुलूस में भी शरीक हुए. राम पदयात्रा के दौरान जूलुस में वो डमरू बजाते हुए दिखाई दिए.