लखनऊ : छठ पूजा के अवसर पर 7 नवंबर को स्थानीय अवकाश रहेगा. जिलाधिकारी लखनऊ ने इसकी घोषणा की है. यह अवकाश मैनुअल ऑफ गवर्नमेंट आर्डस (संशोधित) 1981 संस्करण पैरा-247 (सी) की व्यवस्था के तहत की गई है. लखनऊ में स्थानीय अवकाश घोषित होने के बाद बेसिक शिक्षा परिषद के 1600 विद्यालय, माध्यमिक शिक्षा परिषद के करीब एक हजार विद्यालय, सीबीएसई, सीआईएससीई के करीब 500 विद्यालयों सहित सभी इंजीनियरिंग, डिग्री काॅलेजों व विश्वविद्यालयों में अवकाश रहेगा.
लखनऊ में छठ पूजा की तैयारियों का जायजा लेते नगर विकास मंत्री. (Photo Credit : ETV Bharat)
जिलाधिकारी ने बुधवार को 7 नवंबर के स्थानीय अवकाश के बाबत जानकारी साझा की है. मैनुअल ऑफ गवर्नमेंट आर्डस (संशोधित) 1981 संस्करण पैरा-247 (सी) की व्यवस्था के तहत जिलाधिकारी अपने स्तर से तीन स्थानीय अवकाश घोषित कर सकते हैं. जिसके अनुसार सात नवंबर दिन गुरुवार को छठ पूजा पर्व के उपलक्ष्य में लखनऊ में जिला स्तरीय स्थानीय अवकाश रहेगा. आदेश के अनुसार यह अवकाश सभी सरकारी व गैर सरकारी विभागों में लागू होगा. हालांकि जो विभाग पांच दिवसीय कार्य सफ्ताह पर संचालित हैं वहां अवकाश नहीं रहेगा.
नगर विकास मंत्री ने लिया तैयारियों का जायजा
उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बुधवार शाम 6:30 बजे लखनऊ के कुड़ियाघाट पहुंचकर छठ पर्व की जा रही तैयारियों का निरीक्षण किया और बेहतर व्यवस्था बनाने के जरूरी निर्देश दिए. बता दें, छठ पर्व का शुभारंभ मंगलवार को नहाए खाए की रस्म के साथ शुरू हो गया है. चार दिवसीय इस पर्व को लेकर श्रद्धालुओं में अपार श्रद्धा और उत्साह है. लाखों श्रद्धालु छठ पूजा घाटों व स्थलों में अपनी मुरादों को लेकर छठी मैया के गीत गाते हुए पर्व को बड़ी आस्था व विश्वास के साथ मनाते हैं. उन्होंने छठ महापर्व पर सभी श्रद्धालुओं सहित देशवासी एवं प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं और श्रद्धालुओं से छठ पर्व को पूर्ण साफ सफाई व सुरक्षा के साथ प्लास्टिक मुक्त और जीरो वेस्ट के रूप में मनाने की अपील की है.
निरीक्षण के दौरान नगर विकास मंत्री ने कहा कि छठ पर्व को जीरो वेस्ट और प्लास्टिक मुक्त स्वच्छ पर्व के रूप में मनाने के लिए लोगों को प्रेरित करें. कूड़ा डालने के लिए घाटों पर डस्टबिन रखवाएं, पूजा सामग्री व कूड़े का नियमित उठान और निपटान के समुचित प्रबंध किए जाएं. पूजा सामग्री जलाशयों में न जाने पाए, इसके लिए घाटों पर जालीनुमा अर्पण कलश बनाए जाएं. घाटों और जलाशयों से जलकुंभी हटाई जाए. गहरे पानी में जाने से रोकने के लिए बैरिकेटिंग कराई जाए. निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, अपर नगर आयुक्त मुख्य अभियंता महेश वर्मा के साथ नगर निगम और एलडीए के अधिकारी मौजूद रहे.
यह भी पढ़ें : उत्तर प्रदेश के बेसिक स्कूलों में आज वाल्मीकि जयंती की छुट्टी रहेगी
यह भी पढ़ें : यूपी में कल भी बंद रहेंगे सरकारी दफ्तर, योगी सरकार ने किया छुट्टी का ऐलान; बदले में इस दिन करना पड़ेगा काम