धर्मशाला: इस बार विधानसभा का विंटर सेशन हंगामे भरा रहने के आसार हैं. इस बात की पुष्टि पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने धर्मशाला पहुंचते ही अपने तीखे तेवरों से कर दी है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, "विंटर सेशन में प्रदेश के व्यापक मुद्दों को लेकर कहने और करने को बहुत कुछ है. इसके बावजूद शीतकालीन सत्र को महज 4 दिन का कर दिया गया है. इसमें शनिवार को भी वर्किंग डे के तौर पर रखा गया है. ऊपर से हैरत ये है कि इस सत्र में दो दिन मुख्यमंत्री यहां रहेंगे और दो दिन नहीं रहेंगे. जिससे ये जाहिर होता है कि सरकार ने पिछले दो सालों में जो किया है, उसकी जवाबदेही से सरकार घबराकर भाग रही है."
जश्न को लेकर सुक्खू सरकार को घेरेगी BJP
विपक्ष द्वारा इस बार सदन में तीखे तेवर दिखाए जाएंगे. ऐसे में इस बार का शीतकालीन सत्र हंगामेदार होगा. सुक्खू सरकार के कार्यकाल के दो साल पूरे होने पर जश्न मनाया गया है, जिस पर निशाना साधने के लिए विपक्ष बिल्कुल तैयार बैठा है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा,"प्रदेश सरकार को हाल ही में बिलासपुर में आयोजित किए गए जश्न समारोह को लेकर घेरा जाएगा, क्योंकि जिस प्रदेश में प्राकृतिक त्रासदी में हजारों घर बह गए हों, करोड़ों का नुकसान हो गया हो और सरकार ने आपदा प्रभावितों को 7-7 लाख रुपए देने का वादा किया हो, बावजूद इसके कई घरों में अब तक पटवारी भी न पहुंचे हों, तो ऐसी स्थिति में कोई जश्न कैसे मना सकता है?"
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने दो सालों में डेढ़ हजार संस्थान बंद कर दिए हैं. 10 हजार से ज्यादा आउटसोर्स कर्मचारी घर बैठा दिए गए और जो काम कर रहे हैं उन्हें चार से पांच महीनों से सैलरी नहीं मिली है. 25 करोड़ रुपए जश्न के नाम पर फूंक दिए गए और लोगों के बीच अपनी सभी गारंटियों को पूरा करने की बात कह कर उन्हें गुमराह किया जा रहा है.
'जश्न में आई महिलाओं ने खोली पोल'
जयराम ठाकुर ने कहा कि बिलासपुर में कांग्रेस के जश्न में उन्हीं के द्वारा लाई गई महिलाओं ने उनकी पोल खोल दी कि 1500 रुपयों का क्या हुआ मुख्यमंत्री जी? जयराम ने तंज कसते हुए कहा कि ये महिलाएं तो भाजपा लेकर नहीं गई थी जश्न में. पूर्व सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला हमीरपुर से तीन लोगों ने इंटरव्यू दिया और तीनों ने ही सरकार पर आरोप लगाया है कि इनके कार्यकाल में कुछ नहीं हो रहा है. बिजली-पानी हर चीज पर थोक के भाव में टैक्स लगा दिया है. बाहर सीएम कह रहे हैं कि सब ठीक हो रहा है. विपक्ष ने कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार के मुद्दों को उजागर किया है. शीतकालीन सत्र में इन्हीं सवालों के जवाब पूछे जाएंगे, मगर सरकार से वो जवाब देते नहीं बन रहे है, इसलिए वो भाग रहे हैं. जिसके कारण अमूमन 5, 7 या 8 दिन चलने वाले सत्र को 4 दिन का कर दिया गया है.